scorecardresearch
 

मोसुल को मिली ISIS से मुक्ति, कब आज़ाद होंगे 39 भारतीय?

मोसुल को तो आईएसआईएस आतंकियों से आजादी मिल गई. मगर जिन भारतीयों को ISIS आतंकियों ने बंधन बनाया था, उनकी फिलहाल कोई खबर नहीं है.

Advertisement
X
कहां हैं 39 भारतीय?
कहां हैं 39 भारतीय?

Advertisement

रविवार को इराक ने मोसुल पर सेना की जीत का ऐलान कर दिया. इराकी सरकार ने बताया कि मोसुल से आतंकी संगठन ISIS का खात्मा किया जा चुका है. जीत की खुशी में इराकी सेना ने मोसुल में अपना झंडा फहाराया.

मोसुल को तो आईएसआईएस आतंकियों से आजादी मिल गई. मगर जिन भारतीयों को ISIS आतंकियों ने बंधन बनाया था, उनकी फिलहाल कोई खबर नहीं है.

मोसुल पर ISIS के कब्जे के बाद जून 2014 39 भारतीय मजदूरों को बंधन बनाने की खबर आई. इस बीच हरजीत सिंह ISIS के चंगुल से निकलने में सफल रहा. भारत आकर हरजीत मसीह ने दावा किया था कि सभी 39 भारतीय मजदूरों की गोली मारकर हत्या कर दी गई है.

विदेश मंत्रालय ने किया जीवित होने का दावा

भले ही हरजीत सिंह ने बंधक भारतीय मजदूरों की मौत की बात कही हो, मगर विदेश मंत्रालय लगातार उनके जीवित होने का दावा करता रहा है. हाल ही में विदेश मंत्रालय ने बताया था बंधक बनाए गए सभी भारतीय सुरक्षित हैं, उन्हें कोई नुकसान नहीं पहुंचा है. विदेश मंत्रालय ने ये भी बताया था बंधकों की रिहाई के एवज में कोई डिमांड नहीं की गई है.

Advertisement

इससे पहले संसद में विदेश राज्य मंत्री वीके सिंह ने सभी बंधक भारतीयों के सुरक्षति होने की सूचना दी थी. उन्होंने कहा था कि सरकार बंधकों की सुरक्षित रिहाई के लिए सभी कदम उठा रही है.

वीके सिंह जाएंगे इराक

इस बीच सोमवार शाम विदेश मंत्रालय ने बताया कि विदेश राज्य मंत्री वीके सिंह इरबिल जाएंगे. विदेश मंत्रालय ने ISIS से मोसुल की आजादी पर खुशी जताई और आतंक के खिलाफ लड़ाई में जीत का स्वागत किया. मंत्रालय ने ये भी बताया कि मोसुल पर इराकी सेना की जीत के साथ ही भारत सरकार ने 39 बंधक भारतीयों की खोज के लिए हर मुमकिन कोशिश शुरू कर दी है.

मोसुल से ISIS का 'क्लीन स्वीप', इराकी सेना ने फहराया झंडा

इराकी पीएम ने नहीं दिया कोई बयान

हालांकि, रविवार को इराक के प्रधानमंत्री हैदर अल-आब्दी मोसुल पहुंचे और जीत के लिए सेना को बधाई दी. मगर इस दौरान आब्दी ने जीत पर देश को संबोधित नहीं किया. न ही इराक सरकार और सेना की तरफ भारतीय बंधकों के संबंध में कोई जानकारी दी गई.

ऐसे में बड़ा सवाल ये है कि जब मोसुल से आतंकियों का सफाया हो चुका है और 39 भारतीय मजदूर ISIS आतंकियों के चंगुल में थे, तब भारतीय मजदूर कहां हैं?

Advertisement

 

Advertisement
Advertisement