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मेलबर्न में नाइट क्लब के बाहर गोलीबारी, 1 की मौत, 3 घायल

पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि गोलीबारी की घटना के आतंकी वारदात से जुड़े होने की कोई आशंका नहीं है. स्थानीय अखबार के अनुसार जांचकर्ता इस घटना के लिए मोटर साइकिल गिरोह पर भी शक जता रहे हैं.

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मेलबर्न में नाइट क्लब के बाहर गोलीबारी (फोटो-रॉयटर्स)
मेलबर्न में नाइट क्लब के बाहर गोलीबारी (फोटो-रॉयटर्स)

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ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न में गोलीबारी की खबर है. पुलिस के मुताबिक यहां एक नाइट क्लब में शनिवार रात को मामूली बात पर झड़प हो गई, जिसमें दो गुटों में गोलीबारी हो गई. इस घटना में 1 की मौत हो गई है जबकि 3 लोग घायल हैं जिनका इलाज अस्पताल में चल रहा है.

इससे पहले पुलिस ने बताया कि चार लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जिनमें से दो की हालत गंभीर है. जिनमें एक की मौत हो गई. उन्होंने बताया कि तीन घायलों की उम्र 29 से 50 वर्ष के बीच है, चौथे शख्स की उम्र का अभी पता नहीं चल पाया है. पुलिस प्रवक्ता ने न्यूज एजेंसी एएफपी को बताया कि गोलीबारी की घटना का आतंकवाद से जुड़े होने की कोई आशंका नहीं है. ‘द एज न्यूजपेपर’ की एक खबर के अनुसार जांचकर्ता इस घटना को मोटर साइकिल गिरोह से जोड़कर भी देख रहे हैं. पुलिस रविवार शाम तक घटना पर पूरी जानकारी मुहैया करा सकती है.

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पुलिस के मुताबिक प्रहरान के बाहरी इलाके में नाइट क्लब के बाहर कुछ लोगों पर गोलियां बरसाई गईं जिसमें 4 लोग घायल हो गए. इस घटना के तार आतंकी संगठनों से न जुड़े होने के बावजूद पुलिस हर एक नजरिये से जांच कर रही है. एक मोटरसाइकिल गैंग की तफ्तीश हो रही है जो इस घटना में शामिल हो सकती है.

शनिवार की इस घटना से पहले पिछले महीने भी मेलबर्न में गोलीबारी हुई थी. चार अलग अलग मामलों में 5 लोगों की मौत हो गई थी. इनमें दो घटनाएं गैंगवॉर से जुड़ी थीं. ऑस्ट्रेलिया में गोलीबारी जैसे अपराध कम ही होते हैं क्योंकि यहां हथियारों से जुड़े कई कड़े कानून पाबंद हैं. साल 1996 में पोर्ट आर्थर में सामूहिक गोलीबारी की एक बड़ी घटना हुई थी जिसमें 35 लोग मारे गए थे. इसके बाद ऑस्ट्रेलिया सरकार ने हथियारों से जुड़े कई कड़े कानून बनाए जिनका सख्ती से पालन भी किया जाता है.

पिछले साल भी एक दिल दहला देने वाली घटना हुई थी. पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया में एक ही परिवार के सात लोग हत्या और खुदकुशी से जुड़े मामले में मारे गए थे. पोर्ट आर्थर हमले के बाद यह घटना ऑस्ट्रेलिया के इतिहास में सबसे भयावह मानी जाती है.

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