पाकिस्तान के पूर्व सैन्य शासक परवेज मुशर्रफ ने जब तख्तापलट कर सत्ता संभाली तो पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ से मुखिया इमरान खान ने मुशर्रफ का विरोध किया था. पाकिस्तान की जनता के लिए यह पहला वाकया था जब किसी नेता ने सेना का विरोध किया हो. लेकिन पाकिस्तान के आम चुनावों के नतीजों बोलते हुए मुशर्रफ ने इमरान के समर्थन में जमकर कसीदे पढ़े.
इमरान के समर्थन में कसीदे
आजतक से खास बातचीत में पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ का कहना है कि अपने पहले संबोधन में इमरान ने अच्छी बातें कही हैं. उन्होंने पड़ोसी मुल्कों के बीच अच्छे संबंध और व्यापार की बात की है. मुशर्रफ ने कहा इमरान के सामने बड़ी वित्तीय चुनौती है. जो उनके सामने भी थीं. लेकिन हालात बदलेंगे, खराब नहीं रहेंगे. उन्होने कहा कि मै सीखकर आगे बढ़ा, इमरान भी सीखेंगे और आगे बढ़ेंगे, वह सीखना चाहते हैं.
देशी-विदेशी मीडिया में इस बात पर चर्चा जोरों पर थी कि इमरान खान के पीछे पाकिस्तानी फौज का हाथ है. जिसने एक एक करके वहां की न्यायपालिका की मदद से इमरान के समक्ष खड़ी होने वाली सारी चुनौतियों को रास्ते से हटा दिया. इसपर जवाब देते हुए मुशर्रफ ने कहा कि ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि लोग समझते हैं कि नवाज शरीफ भारत के पक्ष में थे. इमरान को फौज ने प्लांट नहीं किया है, बल्कि वे अपने दम पर जीते हैं.
बता दें जब पाकिस्तानी सेना के तत्कालीन जनरल परवेज मुशर्रफ देश में तख्तापलट कर राष्ट्रपति बने थे तब उन्होंने वादा किया था कि वे चुनाव कराएंगे. लेकिन अपने किए वादे से मुकर जाने के बाद मुशर्रफ को जिस पाकिस्तानी नेता का सबसे ज्यादा विरोध का सामना करना पड़ा था वे इमरान ही थे.
जल्द वापस लौटेंगे मुशर्रफ
पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ पर बोलते हुए मुशर्रफ का कहना है कि उनके पास बाहर रहने के विकल्प थे लेकिन अगर वे बाहर रह जाते तो राजनीतिक तौर पर खत्म हो जाते इसीलिए पाकिस्तान लौटे.
अपनी वतन वापसी बोलते हुए मुशर्रफ ने कहा कि देश में हालात तेजी से बदल रहे हैं और वे अपने मुल्क वापस जाएंगे. उन्होंने कहा कि मैंने जंग लड़ी हैं, गोलियां खाई हैं, मुझपर आत्मघाती हमले हुए हैं फिर भी लोग कहते हैं कि मैं डर गया.
पाकिस्तान ने लश्कर को नहीं चुना, हाफिज सबको स्वीकार
पाकिस्तान के चुनावों इस बार बड़ी संख्या में कट्टरपंथियों के चुनाव में उतरने पर टिप्पणी करते हुए मुशर्रफ ने कहा कि पाकिस्तान ने लश्कर को नहीं चुना, अच्छी बात है, हम कट्टरपंथियों को रिजेक्ट कर रहे हैं. हालांकि, अपना पुराना राग अलापते हुए मुशर्रफ ने कहा कि 26/11 मुंबई हमलों का मास्टरमाइंड हाफिज सईद भारत के गले में अटका हुआ है. उन्होंने पाकिस्तानी चुनाव में हाफिज की हार पर कहा कि हाफिज सबको स्वीकार हैं और वे मुजाहिद हैं और लश्कर-ए-तैयबा मुजाहिद्दीन. जो अपनी जान हथेली पर लेकर चलते हैं.
कश्मीर को लेकर मुशर्रफ का कहना है कि भारत कश्मीर के मामले को हल नहीं कर रहा है. मुशर्रफ ने कहा हिंदुस्तान बड़ा मुल्क है, उसकी सेना भी बड़ी है, ताकत भी ज्यादा है, उसे अपना दिल भी बड़ा रखना चाहिए, पाकिस्तान छोटा है, बड़े देश को बड़ा दिल दिखाना चाहिए.