पाकिस्तान के पूर्व सैन्य शासक परवेज मुशर्रफ के वकीलों ने बुधवार को यहां कहा कि पाकिस्तानी तालिबान की ओर से उन्हें सिर कलम किए जाने की धमकी मिल रही है.
उन्होंने अपने मुवक्किल के खिलाफ देशद्रोह के मामले की सुनवाई का स्थान बदलने की मांग की है. वकीलों ने अदालत के समक्ष एक पत्र भी प्रस्तुत किया. इसमें कथित तौर पर तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) ने धमकी दी है कि वे मामले से अलग हो जाएं.
मुशर्रफ के वकील अहमद रजा कसूरी ने कहा कि टीटीपी ने उनके मुवक्किल के विधि दल को धमकी दी है, जिसमें उनके अलावा वकील अनवर मंसूर और शरीफुद्दीन पीरजादा शामिल हैं. उन्होंने इसके अलावा यह भी कहा कि यहां नेशनल लाइब्रेरी में गठित अदालत को सोमवार को इस्लामाबाद में एक अदालत पर हुए हमले के बाद एक सुरक्षित स्थान पर स्थानांतरित किया जाना चाहिए जिसमें 11 लोग मारे गए थे.
बचाव पक्ष के वकीलों ने इस संबंध में एक अर्जी दायर की है. यद्यपि अभियोजक अकरम शेख ने दलील दी कि अदालतें युद्ध के समय में भी अपना कामकाज करती हैं.