म्यांमार की सेना ने मंगलवार को भारतीय बॉर्डर के नजदीक विद्रोही कैंप पर एयरस्ट्राइक की है. ब्रिटिश मीडिया 'द गार्जियन' के मुताबिक, प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया है कि कैंप विक्टोरिया स्थित विद्रोही शिविर पर हमले के दौरान दो बम भारतीय क्षेत्र में भी गिरे हैं.
म्यांमार बॉर्डर पर स्थित भारतीय राज्य मिजोरम के फरकांवा गांव के स्थानीय लोगों ने कहा कि एयरस्ट्राइक के दौरान भारतीय हिस्से में भी दो बम गिरे लेकिन इसमें कोई हताहत नहीं हुआ है. चश्मदीदों के मुताबिक, म्यांमार की सेना ने भारतीय बॉर्डर के नजदीक लोकतंत्र समर्थकों के ऊपर जेट विमानों से बमबारी की. इस दौरान जेट विमानों ने भारतीय क्षेत्र के अंदर कम से कम दो बम गिराए.
फरवरी 2021 में म्यांमार की सेना ने तख्तापलट के बाद सत्ता पर कब्जा कर लिया था. लोकतंत्र समर्थक विद्रोहियों को कुचलने के लिए म्यांमार की सेना लोकतंत्र समर्थकों के ऊपर लगातार हमला कर रही है. रिपोर्ट के मुताबिक, एक विद्रोही कमांडर ने द गार्जियन को बताया कि इसी मिशन के तहत म्यांमार की सेना ने मंगलवार को म्यांमार के चिन राज्य में कैंप विक्टोरिया पर बमबारी की.
कैंप विक्टोरिया एक सशस्त्र समूह है जो चिन नेशनल आर्मी के मुख्यालय के रूप में भी कार्य करता है. कैंप विक्टोरिया पीपुल्स डिफेंस फोर्स (PDF) के बैनर तले म्यांमार में लोकतंत्र को बहाल करने के लिए अन्य विद्रोही समूहों के साथ सेना से लड़ रहा है. इसका प्रशिक्षण शिविर भारतीय राज्य मिजोरम की सीमा से कुछ किलोमीटर की दूरी पर ही स्थित है.
टियाउ नदी को पार कर गए
एक अन्य विद्रोही लड़ाके ने नाम न छापने का अनुरोध करते हुए कहा है कि सेना के लड़ाकू विमानों ने मंगलवार को शिविर पर कई बम गिराए जिससे दहशत फैल गई. विद्रोहियों ने यह भी कहा कि इस दौरान कुछ जेट टियाउ (Tiau) नदी को पार कर गए. टियाउ नदी भारत और म्यांमार के बीच सीमा के रूप में कार्य करती है.
मिजोरम राज्य में स्थित फरकावन गांव के दो स्थानीय लोगों ने भी कहा कि भारत की सीमा की तरफ दो बम आकर गिरे लेकिन किसी को चोट नहीं आई है.
बमबारी में तीन लड़ाकू विमान और दो हेलीकॉप्टर
रिपोर्ट के मुताबिक, फरकावां ग्राम परिषद के अध्यक्ष रामा ने भी भारतीय क्षेत्र में बमबारी की पुष्टि की है. उन्होंने कहा कि बमबारी तीन लड़ाकू विमानों और दो हेलीकॉप्टरों से की गई. बमबारी के कारण तियाउ नदी के पास खड़ा एक ट्रक भी क्षतिग्रस्त हो गया.
रामा ने कहा है कि बमबारी के बाद घायल अवस्था में म्यांमार की ओर से कुछ लोग बॉर्डर पार कर हमारे गांव आए. हमारे गांव के लोग घायलों की मदद कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि बमबारी के बाद से उनके गांव में आतंक का माहौल है. ग्राम परिषद अध्यक्ष रामा ने कहा कि हमें डर है कि सीमावर्ती क्षेत्रों का उल्लंघन करने वाले कहीं फिर हमला न कर दें.
हालांकि, भारतीय सेना या सरकारी मीडिया की ओर से तत्काल कोई टिप्पणी नहीं की गई है. लेकिन भारतीय सेना के एक अधिकारी ने 'द गार्जियन' को बताया कि वे इन रिपोर्टों से अवगत हैं कि सीमा के पास गड़बड़ी हुई है और वे स्थिति की जानकारी ले रहे हैं.