
म्यांमार में शुक्रवार आए तेज भूकंप से भीषण तबाही हुई है. इस आपदा से अब तक 140 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है और 700 से ज्यादा घायल बताए जा रहे हैं. भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 7.7 रही, जिसका असर पड़ोसी देश थाईलैंड में भी देखने को मिला है. राजधानी बैंकॉक की एक 30 मंजिला निर्माणाधीन इमारत भूकंप के झटके से जमींदोज हो गई जिसमें 8 लोगों मौत हो चुकी है. इसके अलावा 100 ज्यादा लोगों के इमारत के मलबे में दबे होने की आशंका है.
एक्शन मोड में थाई पीएम
भूकंप की तबाही झेल रहे थाईलैंड के लोगों को जल्द से जल्द राहत पहुंचाने के लिए प्रधानमंत्री पैटोंगटार्न शिनावात्रा (Paetongtarn Shinawatra) पूरी तरह एक्शन मोड में नजर आईं. उनकी कुछ तस्वीरें सामने आईं हैं जिसमें वह सरकार के शीर्ष अधिकारियों के साथ आपात बैठक करती नजर आ रही हैं. इसके अलावा एक तस्वीर में वह एक साथ दो मोबाइल फोन पर बात करके किसी को निर्देश देती दिख रही हैं. 38 साल की शिनावात्रा देश को इस आपात स्थिति से निकालने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ना चाहतीं.
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पीएम शिनावात्रा ने बैंकॉक में जमींदोज हो चुकी निर्माणाधीन इमारत वाली जगह का दौरा किया और मौके पर चलाए जा रहे राहत बचाव कार्य की समीक्षा की. इसके अलावा उन्होंने बैंकॉक सिटी हॉल में भूकंप कमांड सेंटर जाकर अधिकारियों को जरूरी निर्देश भी दिए. उन्होंने राजधानी बैंकॉक में मंत्रियों और अधिकारियों की एक हाईलेवल मीटिंग भी की है जिसमें तमाम एजेंसियों के प्रतिनिधि मौजूद रहे.
अफसरों के साथ की आपात बैठक
थाईलैंड की प्रधानमंत्री ने अधिकारियों से भूकंप से हुए नुकसान की विस्तृत रिपोर्ट भी मांगी है ताकि लोगों को राहत पहुंचाई जा सके. आपदा में जान गंवाने वाले के अलावा लापता और घायल लोगों को डेटा भी जुटाया जा रहा है. फुकेट से बैंकॉक लौटने के बाद पीएम शिनावात्रा ने कहा कि भूकंप से प्रभावित इलाकों की संख्या सीमित है और किसी बड़े नुकसान की आशंका कम है. साथ ही उन्होंने कहा कि भूकंप के बाद सुनामी का भी कोई खतरा नहीं है.
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उन्होंने कहा कि लोग अब अपने घरों को लौट सकते हैं, लेकिन बैंकॉक के गवर्नर ने सार्वजनिक पार्कों को बंद रखने की समयसीमा बढ़ा दी है. साथ ही लोगों की मदद के लिए पानी और भोजन के इंतजाम किए जा रहे हैं. रेल और बस सर्विस की सुरक्षा जांच की जा रही है और इलाके में शुक्रवार से सेवाएं सुचारू रूप से शुरू होने की उम्मीद जताई गई है.
थाईलैंड की सबसे युवा पीएम
बता दें कि शिनावात्रा थाईलैंड के पूर्व प्रधानमंत्री थाकसिन शिनावात्रा की सबसे छोटी बेटी हैं. शिनावात्रा परिवार से थाईलैंड की कमान संभालने वाली वह तीसरी नेता हैं. उनसे पहले उनके पिता और चाची यिंगलुक शिनावात्रा पीएम पद संभाल चुके हैं. पैटोंगटार्न थाईलैंड की सत्तारूढ़ पार्टी फेउ थाई की नेता हैं और देश की सबसे युवा प्रधानमंत्री हैं. पैटोंगटार्न को अगस्त 2024 में ही शाही मंजूरी मिलने के बाद संसद ने थाईलैंड का प्रधानमंत्री चुना था. देश के सुप्रीम कोर्ट की ओर से श्रेथा थाविसिन को पीएम पद से हटाए जाने के बाद पैटोंगटार्न को पीएम की कुर्सी मिली थी. अपनी चाची यिंगलुक के बाद वह थाईलैंड की दूसरी महिला प्रधानमंत्री हैं.