अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बीते सोमवार को जब डिनर पर मिले तो उन्होंने निजी कहानियां और अनुभव साझा किए. इसके साथ ही दोनों नेताओं ने निजी तौर पर घनिष्टता बना ली.
दोनों नेताओं के बीच वह मुलाकात करीब 90 मिनटों तक चली और इस दौरान उनके बीच इतना अच्छा तालमेल बन गया कि राष्ट्रपति ओबामा व्यस्त कार्यक्रन के बावजूद मार्टिन लूथर किंग जूनियर के स्मारक पर मोदी के साथ गए.
व्हाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के वरिष्ठ निदेशक फिल रेनर ने कहा, ‘आप इस दौरे की दूसरी कई बातों पर गौर कर सकते हैं. यह दौरा इसकी मिसाल है कि दोनों के बीच कितना निजी स्तर का संवाद था.’ उन्होंने विदेश संवाददाताओं से कहा, ‘सच्चाई है कि अमेरिका के राष्ट्रपति भारत के प्रधानमंत्री के साथ मार्टिन लूथर किंग स्मारक गए. यह इसका संकेत है कि वह एक दूसरे के साथ कितने सहज थे.'
रेनर ने कहा, डिनर के समय भी राष्ट्रपति ने पुरानी यादों का जिक्र किया जब वह अपने परिवार के साथ भारत गए थे. मेरा मानना है कि इसको लेकर भी कुछ बातचीत हुई कि भारत का दौरा कितना मजेदार रहा था और वहां उन्होंने नृत्य भी किया. यह बहुत गर्मजोशी वाला क्षण था. मुझे लगता है कि प्रधानमंत्री ने उस समय का उल्लेख किया जब वह कुछ साल पहले वॉशिंगटन डीसी आए थे.’ मोदी और ओबामा ने एक दूसरे के साथ कई कहानियां भी साझा की.
उन्होंने कहा, ‘शायद सबसे ज्यादा इसको लेकर बातचीत हुई कि पहली बार सरकार में आने पर उनका अनुभव कैसा रहा. उन्होंने स्वीकार किया कि सरकार में प्रौद्योगिकी के साथ बहुत कुछ किया जा सकता है.'