प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विश्व आर्थिक मंच (WEF) में भाग लेने के लिए पीएम मोदी ज्यूरिख पहुंच चुके हैं. यहां से पीएम सीधे दावोस रवाना होंगे. मोदी दावोस में विश्व आर्थिक मंच (WEF) के कार्यक्रम में शामिल होंगे और उद्घाटन भाषण देंगे. मोदी दुनिया के सामने भारतीय अर्थव्यवस्था, यहां निवेश और अपनी नीतियों के बारे में बताएंगे.
मंगलवार दोपहर देंगे भाषण
ये करीब दो दशक के बाद है जब कोई भारतीय प्रधानमंत्री इस कार्यक्रम में हिस्सा ले रहा है. कार्यक्रम का अंत अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भाषण के साथ होगा. पीएम मोदी मंगलवार दोपहर करीब 2.45 बजे (भारतीय समयानुसार) फोरम को संबोधित करेंगे.
सोमवार को पीएम मोदी का कार्यक्रम - (भारतीय समयानुसार)
5.35 PM: ज्यूरिख पहुंचे PM मोदी, यहां से दावोस के लिए रवाना होंगे.
10.00 PM: स्विट्जरलैंड के प्रधानमंत्री से मुलाकात.
देर रात 12.15 AM: भारत का स्वागत समारोह.
देर रात 1 AM: वरिष्ठ सीईओ के साथ राउंडटेबल बैठक.
#Delhi: PM Narendra Modi leaves for Davos, Switzerland to take part in #WorldEconomicForum pic.twitter.com/IkBPy92WhH
— ANI (@ANI) January 22, 2018
कई ट्वीट में जाहिर किया अपना एजेंडा
दावोस जाने से पहले पीएम मोदी ने कई ट्वीट कर अपने एजेंडे के बारे में बताया. उन्होंने लिखा कि ''वह दावोस (स्विट्जरलैंड) में अपने कार्यक्रमों के दौरान अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ भारत के भविष्य संबंधों पर अपना नजरिया रखेंगे. मोदी यह भी चाहते हैं कि दुनिया के नेता मौजूदा वैश्विक प्रणालीयों के समक्ष वर्तमान तथा नयी उभर रही चुनौतियों पर ‘ गंभीरता से ध्यान दें.’.
मोदी ने दावोस यात्रा से एक दिन पहले कहा कि भारत का अन्य देशों के साथ संबंधों का हालिया वर्षों में विस्तार हुआ है. बाहरी दुनिया के साथ देश के संबंध ‘वास्तवित रूप से बहुआयामी हुए हैं जिनमें राजनीतिक, आर्थिक, सामान्य जन के स्तर पर, और सुरक्षा तथा अन्य आयाम शामिल हैं.’
I look forward to my first visit to the World Economic Forum at Davos, at the invitation of India’s good friend and Founder of the WEF, Prof Klaus Schwab. The theme of the Forum, “Creating a Shared Future in a Fractured World” is both thoughtful and apt. @wef #IndiaMeansBusiness
— Narendra Modi (@narendramodi) January 21, 2018
इंडियामीन्सबिजनेस हैशटैग (INDIAMEANSBUSINESS) के साथ किए गये एक के बाद एक कई ट्वीट में मोदी ने कहा, ‘‘दावोस में मैं अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ भारत के भविष्य के संबंधों के बारे में अपनी राय रखूंगा.’’ उन्होंने कहा कि उन्हें वहां स्विट्जरलैंड के राष्ट्रपति एलेन बेरसेट तथा स्वीडन के प्रधानमंत्री स्टीफन लोफवेन के साथ द्विपक्षीय बैठक का इंतजार है. मोदी ने कहा, ‘‘मुझे यकीन है कि द्विपक्षीय मुलाकातें फलदायी होंगी और इन देशों के साथ हमारे संबंध तथा आर्थिक सहयोग मजबूत होगा.’’
At Davos, I look forward to sharing my vision for India’s future engagement with the international community. @wef #IndiaMeansBusiness
— Narendra Modi (@narendramodi) January 21, 2018
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘समकालीन अंतरराष्ट्रीय प्रणाली और वैश्विक सरकारी ढांचे के समक्ष मौजूदा तथा उभर रही चुनौतियों पर नेताओं, सरकारों, नीति निर्माताओं, कॉरपोरेट तथा सामाजिक संगठनों द्वारा गंभीरता से ध्यान देने की जरूरत है.’’
उन्होंने सम्मेलन के मुख्य मंत्र ‘क्रिएटिंग अ शेयर्ड फ्यूचर इन अ फ्रैक्चर्ड वर्ल्ड’ (बंटी हुए संसार के साझे भविष्य का सृजन) को विचारपूर्ण और उचित बताते हुए कहा, ‘‘मुझे भारत के अच्छे दोस्त तथा मंच के संस्थापक प्रोफेसर क्लाउस श्वाब के निमंत्रण पर दावोस में विश्व आर्थिक मंच की बैठक में भाग लेने का इंतजार है.’
मोदी के साथ पहुंचा बड़ा प्रतिनिधिमंडल
पीएम मोदी के साथ एक बड़ा प्रतिनिधिमंडल इस कार्यक्रम में हिस्सा लेगा. इसमें करीब 6 केंद्रीय मंत्री, 100 सीईओ और कई राज्यों के मुख्यमंत्री भी शामिल हैं. मोदी के साथ वित्त मंत्री अरूण जेटली, रेल मंत्री पीयूष गोयल तथा पेट्रोलियम मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान भाग ले सकते हैं. इसके अलावा आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू तथा महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस भी डब्लयूईएफ की बैठक में भाग लेंगे.
आपको बता दें कि इस सालाना बैठक में 60 देशों के प्रमुखों समेत 350 राजनीतिज्ञ हिस्सा लेंगे. सम्मेलन में दुनिया की महत्वपूर्ण कंपनियों के मुख्य CEO समेत तथा विभिन्न क्षेत्रों से करीब 3,000 नेता भाग लेंगे. ऐसा बीस साल बाद होगा, जब कोई भारतीय पीएम इस कार्यक्रम में हिस्सा लेगा. इससे पहले, 1997 में तत्कालीन प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा ने इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया था. पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी और मनमोहन सिंह अपने कार्यकाल के दौरान इस फॉरम में नहीं गए थे.