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पशुपतिनाथ मंदिर में 50 मिनट तक की पीएम नरेंद्र मोदी ने पूजा

सोमनाथ का भक्त बाबा विश्वनाथ की नगरी से विजय हासिल करके पशुपतिनाथ के दर्शनों के लिए बेकरार है. सावन के आखिरी सोमवार यानी चार अगस्त को सुबह सवा नौ बजे के आसपास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पशुपतिनाथ मंदिर पहुंच गए. मंदिर पहुंचकर उन्‍होंने अभिषेक शुरू कर दिया है. करीब 50 मिनट तक मोदी ने पूजा की.

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नरेंद्र मोदी ने की पशुपतिनाथ में पूजा
नरेंद्र मोदी ने की पशुपतिनाथ में पूजा

सोमनाथ का भक्त बाबा विश्वनाथ की नगरी से विजय हासिल करके पशुपतिनाथ के दर्शनों के लिए बेकरार है. सावन के आखिरी सोमवार यानी चार अगस्त को सुबह सवा नौ बजे के आसपास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पशुपतिनाथ मंदिर पहुंच गए. मंदिर पहुंचकर उन्‍होंने अभिषेक शुरू कर दिया है. करीब 50 मिनट तक मोदी ने पूजा की.

भारत और नेपाल के रिश्ते जहां बहुत पुराने हैं, वैसा ही पुराना रिश्ता काशी और काठमांडू का भी है. विश्वनाथ और पशुपतिनाथ मंदिर का रिश्ता भी बेमिसाल है. पशुपतिनाथ मंदिर में दक्षिण भारतीय ब्राह्मण मूल भट्ट यानी मुख्य पुजारी होते हैं तो बनारस के काशी विश्वनाथ मंदिर में पुजारी नेपाली होते हैं.

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धार्मिक रूप से भी काशी और काठमांडू एक दूसरे से जुड़े हैं. बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय में नेपाली भाषा की पढ़ाई होती है इसलिए नेपाल के बहुत से छात्र वहां अध्ययन के लिए जाते हैं.

भारत का नेपाल से रिश्ता बहुत पुराना और बहुत मजबूत है. नेपाल के लोगों को यकीन है कि नरेंद्र मोदी के नेपाल आने के बाद ये रिश्ता और भी मजबूत होगा. इसको इस नजरिए से भी देखते हैं कि काशी विश्वनाथ का सांसद नेपाल के पशुपतिनाथ के दर्शन करने आ रहा है.

नरेंद्र मोदी की शिव साधना की तैयारियां जोरों पर हैं. नेपाल वेद विद्याश्रम के 108 छात्र मोदी के स्वागत के लिए वेद पाठ का अभ्यास कर रहे हैं, ताकि जब मोदी रुद्राभिषेक करें तो कोई गड़बड़ न होने पाए. ये सभी वेदपाठी मंदिर के मुख्य द्वार पर उस वक्त मौजूद रहेंगे, जब मोदी मंदिर परिसर में प्रवेश करेंगे.

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ऐसी मान्यता है कि वेद पाठ के बाद भगवान पशुपति नाथ की पूजा करने से सारी मनोकामना पूरी होती है. चूंकि भारत और नेपाल के बीच पुराना सांस्कृतिक रिश्ता है और वेदपाठियों को यकीन है कि उनके मंत्रोच्चार के बीच भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगर पशुपति महादेव के दर्शन करेंगे तो दोनों देशों का रिश्ता और भी मजबूत होगा.

नेपाल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगवानी की तैयारियों में जुटा है. सारी तैयारियां करीब करीब पूरी हो चुकी हैं. अभी से ही सुरक्षा के सारे इंतजाम कर लिये गए हैं. हवाई अड्डे से लेकर उन सारी जगहों पर हेलिकॉप्टरों के जरिए निगरानी हो रही है, जहां जहां नरेंद्र मोदी जाने वाले हैं.

नरेंद्र मोदी से पहले विदेश मंत्री सुषमा स्वराज पशुपतिनाथ मंदिर में पहुंची थीं. उनकी यात्रा के दौरान पशुपतिनाथ मंदिर के संरक्षण के लिए 25 करोड़ रुपये की सहायता पैकेज का ऐलान हुआ था. भारत ने मंदिर के लिए दो करोड़ रुपये मूल्य का 2500 किलोग्राम श्रीखंड चंदन देने की भी पेशकश की है.

भारत की मदद से मंदिर परिसर में 400 बिस्तरों वाला एक धर्मशाला भी बनाया जा रहा है. अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नेपाल पहुंच रहे हैं. उनकी शिवभक्ति के चर्चे हैं. ऐसे में नेपाल के लोग इंतजार कर रहे हैं कि पशुपतिनाथ मंदिर में दर्शन के बाद मोदी भोलेनाथ से क्या मांगेंगे और नेपाल के हितों के लिए क्या करेंगे.

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