प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शंघाई कॉरपोरेशन ऑर्गनाइजेशन (SCO) समिट में हिस्सा लेने के लिए किर्गिस्तान के बिश्केक गए हैं. पहले PM मोदी पाकिस्तान के रास्ते जाने वाले थे लेकिन बाद में उन्होंने दूसरा रूट चुना. जिस रूट से प्रधानमंत्री गए हैं, वह पाकिस्तान से पूरा अलग है. PM ने तुर्किमेनिस्तान, उजबेकिस्तान, तजाकिस्तान होते हुए किर्गिस्तान पहुंचने वाला रूट चुना.
बता दें कि पहले भारत की तरफ से पाकिस्तान से परमिशन मांगी गई थी. इसमें प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री के विमान के रास्ते के लिए पाकिस्तान से एयरस्पेस खोलने की मांग की गई थी. पाकिस्तान ने बयान भी दिया था कि उनकी तरफ से परमिशन दे दी गई है. हालांकि, सोशल मीडिया पर इसका काफी विरोध भी हुआ था.
लेकिन बाद में भारत सरकार की ओर से बयान आया कि प्रधानमंत्री पाकिस्तान के रूट से SCO समिट में शामिल होने के लिए नहीं जाएंगे, बल्कि दूसरा रूट लेंगे.
PM Narendra Modi arrives in Bishkek, Kyrgyzstan to attend the Shanghai Cooperation Organisation (SCO) summit. He will hold bilateral meetings with Russia's President Vladimir Putin and China's Xi Jinping on the sidelines of the summit. pic.twitter.com/hWA2IsikG8
— ANI (@ANI) June 13, 2019
गौरतलब है कि पुलवामा आतंकी हमले और बालाकोट एयरस्ट्राइक के बाद दोनों देशों के संबंध काफी तल्ख हैं. यही कारण रहा कि पाकिस्तान ने भारतीय विमानों के लिए अपने एयरस्पेस को बंद कर दिया था. तभी से भारत आने वाली या भारत से जाने वाली सभी फ्लाइटें दूसरे रूट के जरिए जा रही थीं.
हालांकि, पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की तरफ से बयान दिया गया था कि भारत ने जो भी परमिशन मांगी थी पाकिस्तान ने वह दे दी हैं. लेकिन अब ये भारत के ऊपर है कि वह किस रूट से जाते हैं. भारत ने 13 जून को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए और 21-22 जून को विदेश मंत्री एस. जयशंकर के विमान के लिए परमिशन मांगी थी.
इससे पहले पाकिस्तान की ओर से ये भी कहा जा रहा था कि नरेंद्र मोदी और इमरान खान के बीच SCO समिट में द्विपक्षीय वार्ता हो सकती है. लेकिन भारत ने इस तरह के किसी भी प्रस्ताव का खंडन किया. बता दें कि ये पहला मौका होगा जब बतौर प्रधानमंत्री इमरान खान और नरेंद्र मोदी एक ही मंच पर होंगे.