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बॉर्डर की सुरक्षा और गंगा की सफाई, पढ़ें- इजरायल से क्या-क्या लाएंगे मोदी?

पीएम के इस दौरे से पहले ही इजरायल में उनके स्वागत की तैयारियां शुरू हो गई हैं, हाल ही में कुछ दिनों पहले इजरायल के एक स्थानीय अखबार ने लिखा था कि 'जागो, दुनिया के सबसे ताकतवर पीएम आ रहे हैं.

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इजरायल में मोदी के स्वागत की तैयारियां शुरू हो गई हैं
इजरायल में मोदी के स्वागत की तैयारियां शुरू हो गई हैं

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ऐतिहासिक इजरायल दौरा मंगलवार को शुरू होगा. पूरी दुनिया की निगाहें इस दौरे पर लगी है, ये पहली बार है कि कोई भारतीय प्रधानमंत्री इजरायल जा रहा है. मोदी के इस दौरे से भारत की रक्षा नीति और डिफेंस सिस्टम को एक अहम मजबूती मिलेगी. वहीं कूटनीति के मामले में भी इस दौरे से कई उम्मीद लगाई जा सकती है.

पीएम के इस दौरे से पहले ही इजरायल में उनके स्वागत की तैयारियां शुरू हो गई हैं, हाल ही में कुछ दिनों पहले इजरायल के एक स्थानीय अखबार ने लिखा था कि 'जागो, दुनिया के सबसे ताकतवर पीएम आ रहे हैं.' आइए, आखिर भारत मोदी की इस ऐतिहासिक यात्रा से क्या उम्मीद लगा सकता है, पढ़िए आखिर मोदी इस यात्रा से क्या लाएंगे..?

कूटनीति

पीएम मोदी ने इजरायल से अच्छे संबंध बनाने के लिए फिलिस्तीन से थोड़ी दूरी बनाई है. मोदी इस यात्रा से पहले और बाद में फिलिस्तीन नहीं जाएंगे. हालांकि इससे पहले भारत दोनों देशों से संबंधों को अच्छा बनाने के लिए दोनों देशों के प्रतिनिधियों से एक साथ ही मुलाकात करते थे.

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कारोबार

यूं तो सभी की नजर भारत और इजरायल के रक्षा सौदों पर है, लेकिन इसके अलावा भी इन दोनों देशों के बीच कई और तरह के समझौते होंगे. इसमें आईटी, कृषि जैसे अहम समझौते हैं. वहीं उम्मीद जताई जा रही है कि दोनों देश जल्द ही फ्री ट्रेड की ओर बढ़ रहे हैं. जिससे मेक इन इंडिया को बढ़ावा मिल सकता है. वहीं इसके साथ ही भारत इजरायल का 10वां सबसे बड़ा बिजनेस पार्टनर बनेगा.

गंगा का भी ध्यान

गंगा के एक हिस्से की सफाई को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार और इजरायल में समझौता हो सकता है. वहीं उच्च तकनीकी, जल प्रबंधन, कृषि, स्वास्थ्य, शिक्षा, सैन्य सहयोग, स्मार्ट सिटी, शोध से जुड़े समझौते होने की उम्मीद जताई जा रही है. इसके अलावा दोनों देशों के बीच उद्योग शोध और विकास के लिए 40 मिलियन अमेरिकी डॉलर का एक कोष बन सकता है.

इजरायल का भी है फायदा

भारत दुनिया की चौथी बड़ी इकोनॉमी है, यही कारण है कि इजरायल भी हमारे साथ अच्छे संबंध चाहता है. इजराइल भारत की इस शक्ति का प्रयोग मध्य-पूर्व के साथ एशिया के अन्य देशों के साथ कूटनीतिक सौदेबाजी में कर सकता है. वहीं इजरायल की नजर भी भारत के मेक इन इंडिया, डिजिटल इंडिया, स्टार्ट-अप इंडिया, स्वच्छ गंगा, स्मार्टसिटी और राष्ट्रीय कृषि बाजार पहलें काफी फलदायी हो सकती हैं.

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