प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज ऑस्ट्रेलिया के ब्रिस्बेन में जी 20 सम्मेलन में हिस्सा लिया. सम्मेलन का आज दूसरा दिन है और मोदी ने समिट में भाषण दिया और काले धन का मुद्दा जमकर उठाया. मोदी ने दुनिया के देशों में काले धन को लेकर आपसी सहयोग बढ़ाने की बात कही और जी 20 समूह के देशों के बीच रिश्ते को और मजबूत करने पर जोर दिया.
सम्मेलन में मोदी ने प्रत्येक अधिकार क्षेत्र से, खास कर कर चोरी करने वालों के पनाहगाह देशों से संधि के प्रावधानों के अनुसार, कर उद्देश्यों के लिए सूचना मुहैया कराने का अनुरोध किया. पीएम ने कहा कि न केवल काले धन की चुनौती से निपटने के लिए बल्कि आतंकवाद, नशीली दवाओं की तस्करी और तस्करी जैसे सुरक्षा मुद्दों से निपटने के लिए भी करीबी वैश्विक सहयोग जरूरी है. उन्होंने कहा कि विदेशी बैंकों में जमा काले धन के बारे में जानकारी हासिल करने और उसे वापस लाने के लिए कर संबधी सूचनाओं के स्वत: आदान प्रदान करने के संबंध में नए वैश्विक मानक कारगर होंगे.
Need for policy coordination among major economies remains strong -PM @narendramodi to G-20 Summit in Brisbane.
— Syed Akbaruddin (@MEAIndia) November 16, 2014
Although we each have our domestic priorities, coordinated decisions may help us all in the long run - PM @narendramodi
— Syed Akbaruddin (@MEAIndia) November 16, 2014
Increased mobility of capital and technology have created new opportunities for avoiding tax and profit shifting - PM @narendramodi to G-20
— Syed Akbaruddin (@MEAIndia) November 16, 2014
Urge every jurisdiction, especially tax havens, to provide information for tax purposes in accordance with treaty obligations - PM
— Syed Akbaruddin (@MEAIndia) November 16, 2014
Close coordination is important not just for also addressing the challenge of black money - PM @narendramodi
1 of 2.....2/2 follows
— Syed Akbaruddin (@MEAIndia) November 16, 2014
.2/2.....but also security issues like terrorism, drug trafficking, arms smuggling -PM @narendramodi at G-20 Summit.
— Syed Akbaruddin (@MEAIndia) November 16, 2014
I support all initiatives to facilitate exchange of information & mutual assistance in tax policy & administration - PM @narendramodi
— Syed Akbaruddin (@MEAIndia) November 16, 2014
जी 20 सम्मेलन में मोदी ने आतंकवाद और साइबर टेररिज्म का भी मुद्दा उठाया. मोदी ने सभी देशों से आह्वान किया कि आतंकवाद, टैक्स और ड्रग्स तस्करी पर भी सहयोग जरुरी है. सम्मेलन में संबोधन से पहले नरेंद्र मोदी ने की जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल से मुलाकात की. मर्केल ने पीएम को जर्मनी आने का निमंत्रण दिया. मोदी के साथ रेल मंत्री सुरेश प्रभु भी मौजूद रहे. मोदी सऊदी अरब के राजा बिन अब्दुल अजीज से भी मिले.
Our relations are deepening...Waiting for your visit - German Chancellor Angela Merkel to PM @narendramodi pic.twitter.com/GKAIMPRhWa
— Syed Akbaruddin (@MEAIndia) November 15, 2014
अपने ऑस्ट्रेलिया दौरे के तीसरे दिन भी प्रधानमंत्री मोदी का व्यस्त कार्यक्रम है. जी 20 सम्मेलन में हिस्सा लेने के बाद मोदी भारतीय समय के मुताबिक दोपहर 12 बजे महात्मा गांधी की मूर्ति का अनावरण करेंगे. इसके बाद दोपहर साढ़े 12 बजे वो भारतीय समुदाय से मुलाकात करेंगे और दोपहर डेढ़ बजे भारतीय समुदाय के साथ भोज कर सकते हैं.
कल भी उठाया था काले धन का मुद्दा
कल जी 20 सम्मेलन का पहला दिन था और पीएम मोदी बैठक में शरीक हुए. हालांकि कल मोदी ने बैठक में कोई औपचारिक भाषण नहीं दिया था. इसी दौरान मोदी की ऑस्ट्रेलिया के पीएम टोनी एबॉट से भी बातचीत की. उससे पहले ब्रिक्स देशों के राष्ट्राध्यक्षों के साथ बैठक में मोदी ने विदेशी बैंकों में जमा काले धन का मुद्दा उठाया था.
बॉडी लैंग्वेज में गजब का आत्मविश्वास
ब्रिस्बेन में जी 20 सम्मेलन में हिस्सा लेने आए पीएम मोदी की बॉडी लैंग्वेज में गजब का आत्मविश्वास दिख रहा है. मेजबान देश के पीएम टॉनी एबॉट से मिलते वक्त मोदी ज्यादा सक्रिय दिखे. उन्होंने एबॉट की गर्मजोशी से दो बार पीठ थपथपाई. कल सुबह सबसे पहले मोदी ने ब्रिक्स देश के नेताओं से मुलाकात की और यहां भी मोदी का आत्मविश्वास सातवें आसमान पर था.