प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को तीन देशों की यात्रा के लिए उड़ान भरी. अपनी चार दिवसीय यात्रा में मोदी यूएई, ओमान और फिलीस्तीन का दौरा करेंगे. मोदी पहले जॉर्डन जाएंगे, जिसके बाद फिलीस्तीन दौरे पहुंचेंगे.
Prime Minister Narendra Modi embarks on three nation visit to Palestine, Oman and the UAE. pic.twitter.com/HhTYMAu7Ld
— ANI (@ANI) February 9, 2018
गौरतलब है कि इस दौरान पीएम मोदी का फिलीस्तीन जाना एक बड़ा कार्यक्रम है. किसी भी भारतीय पीएम का यह पहला फिलीस्तीन दौरा है. हाल ही में इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू भारत दौरे पर आए थे, इस लिहाज़ से भी मोदी का यह दौरा काफी मायने रखता है.
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को ट्वीट कर अपनी यात्राओं की जानकारी दी. मोदी ने लिखा कि अपनी इस यात्रा में 9 फरवरी को वह जॉर्डन के किंग अब्दुल्ला द्वितीय से मिलेंगे. आपको बता दें कि किसी भी भारतीय प्रधानमंत्री का यह पहला फिलीस्तीन दौरा है. 10 फरवरी को पीएम रामल्ला जाएंगे, जहां वे यासर अराफात म्यूजियम का भी दौरा करेंगे.
फिलीस्तीन के बाद पीएम मोदी यूएई का दौरा करेंगे, जहां वे दो दिन रहेंगे. उन्होंने लिखा कि इससे पहले मैं यहां अगस्त, 2015 में गया था. मोदी यहां दुबई में वर्ल्ड गवर्नमेंट समिट को संबोधित करेंगे.
11 फरवरी को मोदी यूएई के शहीद सैनिकों के स्मारक जाएंगे. वह एक सामुदायिक कार्यक्रम में भी हिस्सा लेंगे. उनका एक हिन्दू मंदिर की आधारशिला रखने का भी कार्यक्रम है. मोदी की पिछली यात्रा के दौरान ही वहां एक मंदिर स्थापित करने का विषय आया था और वहां के शासक ने इस पर ध्यान देने की बात कही थी, अब इसकी आधारशिला रखी जाएगी. जिसके बाद वह ओमान के लिए रवाना होंगे.
संतुलन बनाने की कोशिश
मोदी सरकार की कोशिश खाड़ी देशों के साथ दोस्ती के संतुलन को बनाए रखने की है. भारत की कोशिश यहूदी बहुल इजराइल और मुस्लिम बहुल फिलीस्तीन के साथ दोस्ती के लिहाज से एक जैसा व्यवहार करते दिखने की है. पिछले महीने यरूशलम को इजराइल की राजधानी घोषित किए जाने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के फैसले के खिलाफ यूएन में पेश प्रस्ताव के पक्ष में भारत ने मतदान किया था, जिसमें अमेरिका की खासी किरकिरी हुई थी.