पीएम नरेंद्र मोदी ने ब्रसेल्स से अपनी साल की पहली विदेश यात्रा शुरू की है. यह यात्रा इसलिए भी खास है क्योंकि बीते 22 मार्च को ही बेल्जियम की राजधानी ब्रसेल्स धमाकों से दहली थी. लेकिन पीएम मोदी इन धमाकों से कहां डरने वाले थे. ब्रसेल्स के बाद मोदी अमेरिका और सऊदी भी जाएंगे. आइए जानते हैं इन तीन देशों के यात्रा के पीछे क्या है पीएम का मकसद.
चार साल बाद समिट....
1. ब्रसेल्स में 13वां भारत-यूरोपीय संघ सम्मेलन चार साल के अंतर के बाद आयोजित किया जा रहा है.
2. पिछला सम्मेलन वर्ष 2012 में नयी दिल्ली में आयोजित किया गया था.
इन पर होगी बात...
1. इस सम्मेलन और मिशेल से द्विपक्षीय वार्ता, दोनों में ही आतंकवाद का मुद्दा प्रमुखता से छाया रहेगा.
2. मोदी मेक इन इंडिया और स्मार्ट सिटीज जैसे प्रमुख क्षेत्रों में यूरोपीय संघ के साथ भारत की साझेदारी को आगे बढ़ाने की कोशिश करेंगे.
3. निवेश बढ़ाने पर रहेगा जोर. यूरोपीय संघ में बेल्जियम, भारत का दूसरा सबसे बड़ा कारोबारी सहयोगी है.
अमेरिका 31 मार्च 2016
दो दिवसीय सम्मेलन
1. पीएम ब्रसेल्स के बाद वॉशिंगटन जाएंगे, जहां 31 मार्च और 1 अप्रैल को परमाणु सुरक्षा सम्मेलन में वो भाग लेंगे.
2. पीएम ने कहा, शिखर सम्मेलन से इतर मैं कई देशों के नेताओं से मुलाकात करूंगा और उनके साथ द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने के बारे में चर्चा करूंगा.
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PM Narendra Modi greets people in Brussels (Belgium) #ModiInBrussels pic.twitter.com/fWBtpuzciF
— ANI (@ANI_news) March 30, 2016
ये है मकसद...
1. इसमें परमाणु आतंकवाद से परमाणु सुरक्षा संबंधी खतरों के महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा होगी.
2. लेजर इंटरफेरोमीटर ग्रैविटेशनल वेब अबजर्वेटरी (लीगो) परियोजना से संबद्ध वैज्ञानिकों के साथ भी होगी चर्चा.
3. सरकार ने पिछले महीने देश में लीगो परियोजना को आगे बढ़ाने को सैद्धांतिक मंजूरी दी है.
बुलावे पर पहुंचे....
1. पीएम मोदी सऊदी अरब की यात्रा पर दो और तीन अप्रैल को जाएंगे.
2. सऊदी के शाह सलमान बिन अब्दुल अजीज अल सौद के निमंत्रण पर पीएम वहां जा रहे हैं.
निशाना यहां पर...
1. सऊदी अरब नेतृत्व के साथ संबंधों को विस्तार देने और द्विपक्षीय संबंधों को और गहरा बनाने की दिशा में होगी पहल.
2. बातचीत में क्षेत्र की स्थिति पर भी चर्चा होगी.
3. ऊर्जा एवं सुरक्षा सहयोग पर जोर दिया जाएगा.
इसलिए है जरूरी....
1. सऊदी अरब, भारत का चौथा सबसे बड़ा कारोबारी साझेदार है.
2. यह भारत का कच्चे तेल का सबसे बड़ा निर्यातक है.