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सावन के आखिरी सोमवार को पशुपतिनाथ में हाजिरी लगाएंगे नरेंद्र मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सावन के अंतिम सोमवार यानी 4 अगस्त को काठमांडु में पशुपतिनाथ की विशेष पूजा करेंगे. बताया जाता है कि सावन में पशुपतिनाथ के दर्शन का विशेष महत्व है और यदि सोमवार को दर्शन हो तो इसका महत्व और बढ़ जाता है. पीएम के मंदिर आगमन को लेकर मंदिर प्रशासन विशेष पूजा की तैयारियों में जुट गया है. हालांकि सबसे बड़ी चुनौती आखि‍री सोमवार को मंदिर में भक्तों की भीड़ को संभालना है.

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फाइल फोटो
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फाइल फोटो

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सावन के अंतिम सोमवार यानी 4 अगस्त को काठमांडु में पशुपतिनाथ की विशेष पूजा करेंगे. बताया जाता है कि सावन में पशुपतिनाथ के दर्शन का विशेष महत्व है और यदि सोमवार को दर्शन हो तो इसका महत्व और बढ़ जाता है. पीएम के मंदिर आगमन को लेकर मंदिर प्रशासन विशेष पूजा की तैयारियों में जुट गया है. हालांकि सबसे बड़ी चुनौती आखि‍री सोमवार को मंदिर में भक्तों की भीड़ को संभालना है.

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पशुपतिनाथ मंदिर के पुजारी पंडित अर्जुन आचार्य के मुताबिक, मोदी आखि‍री सोमवार को विशेष पूजा-अर्चना करेंगे, जिसमें पशुपतिनाथ का जलाभिषेक और रुद्राभिषेक शामिल है. प्रधानमंत्री 4 अगस्त को करीब साढ़े 9 बजे म‍ंदिर पहुंचेंगे और आधे घंटे तक पूजा-अर्चना करेंगे. इस दौरान मंदिर में आम लोगों के प्रवेश को रोक दिया जाएगा.

पीएम की पूजा के लिए तैयारियां
नरेंद्र मोदी की पूजा अच्छे तरीके से हो इसके लिए पशुपतिनाथ क्षेत्र विकास कोष पूरी तत्परता से लगा हुआ है. पशुपतिनाथ मंदिर में पुजारी दक्षि‍ण भारतीय ब्राह्मण होते हैं और मोदी की पूजा के लिए इनका पूरा सहयोग रहेगा, जबकि खबर है कि मोदी इस विशेष पूजा के लिए आपने साथ पंडित भी लेकर आएंगे.

पशुपतिनाथ क्षेत्र विकास कोष के अध्यक्ष गोविंद टंडन के मुताबिक, प्रधानमंत्री की पूजा की तैयारी जोरशोर से चल रही है. सुरक्षा के भी व्यापक प्रबंध किए गए हैं. आखरी सोमवारी के कारण करीब 3 लाख भक्त पशुपतिनाथ के दर्शन को आएंगे. ऐसे में पीएम के आगमन से थोड़ी समस्या होगी, लेकिन मंदिर प्रशासन इसके लिए भक्तों से क्षमा याचना कर रहा है.

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गौरतलब है कि पशुपतिनाथ मंदिर ज्योतिर्लिंग है. मान्यता है कि इनके दर्शन से 12 ज्योतिर्लिंग के दर्शन का लाभ प्राप्त होता है. यही नहीं, यदि पशुपतिनाथ के दर्शन चार तरफ से कि किए जाए तो चारों धाम की यात्रा का फल मिलता है. पशुपतिनाथ के दर्शन से मनुष्य का पशु योणि में जन्म नहीं होता और यह अहंकार का नाश करता है.

हालांकि नरेंद्र मोदी हिमालय में अज्ञात वास में रह चुके हैं और संभव है कि उस दौरान वह पशुपतिनाथ के दर्शन कर चुके होंगे, लेकिन प्रधानमंत्री बनने के बाद बाबा के दर्शन से उन्हें विशेष लाभ मिलेगा.

जनकपुर नहीं जा पाएंगे मोदी
दूसरी ओर, भगवन राम के ससुराल और सीता की धरती जनकपुर जाने की पीएम की इच्छा अधूरी रह सकती है. खबर है कि खराब मौसम और सुरक्षा कारणों के कारण पीएम की जनकपुर और लुम्बनी की यात्रा स्थगित कर दी गई है, वहीं संभव है कि प्रधानमंत्री पशुपतिनाथ, जनकपुर और लुम्बनी के विकास के लिए विशेष पैकेज की घोषणा करेंगे.

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