अमेरिकी अंतरिक्ष विज्ञान एजेंसी नासा ने पुष्टि की है कि 30 जून का दिन आधिकारिक रूप से थोड़ा लंबा रहने वाला है. एक दिन में 86,400 सेकंड होते हैं, लेकिन 30 जून को इस समय में एक अतिरिक्त सेकंड यानी लीप सेकंड जुड़ने की वजह से यह सामान्य दिनों की तुलना में थोड़ा लंबा रहेगा.
नासा के मैरीलैंड के ग्रीनबेल्ट में गोडार्ड स्पेस फ्लाइट केंद्र के डेनियल मैकमिलन के मुताबिक, 'पृथ्वी का परिक्रमण धीरे-धीरे धीमा हो रहा है, इसलिए इसमें अतिरिक्त लीप सेकंड जुड़ गया है.'
ऐसा कोऑर्डिनेटेड युनिवर्सल टाइम यानी यूटीसी के मुताबिक है, जिसका इस्तेमाल लोग दैनिक जीवन में करते हैं. यूटीसी एटॉमिक टाइम है, जहां एक सेंकड की अवधि सीसियम के एटम्स में होने वाले पूर्वानुमानित इलेक्ट्रॉमैग्नेटिक ट्रांजिशन के आधार पर होती है.
ये ट्रांजिशन इतने अधिक विश्वसनीय होते हैं कि सीसियम क्लॉक 1,400,000 सालों तक सही हो सकती है. नासा ने बयान जारी कर कहा, 'पृथ्वी, चांद और सूर्य के बीच गुरुत्वाकर्षण बल की वजह से पृथ्वी का घूर्णन धीमा हो रहा है.
- इनपुट IANS