अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी 'नासा' के अंतरिक्ष यान 'डॉन' ने इतिहास रचते हुए सौरमंडल के एक बौने ग्रह 'सेरेस' की कक्षा में प्रवेश कर लिया. अंतरिक्ष यान शुक्रवार को सेरेस से 61,000 किलोमीटर की दूरी पर ही था कि पता चला कि वह सेरेस के गुरुत्वाकर्षण में प्रवेश कर चुका है.
नासा के कैलिफोर्निया स्थित जेट प्रोपल्सन लेबोरेटरी (जेपीएल) में कार्यरत 'डॉन' अंतरिक्ष यान के मुख्य इंजीनियर और अभियान के निदेशक मार्क रेमैन ने कहा, 'सेरेस की खोज 1801 में एक ग्रह के रूप में हुई, उसके बाद इसे क्षुद्र ग्रह और उसके बाद बौने ग्रह के रूप में जाना गया' अब सात साल छह महीने में 4.9 अरब किलोमीटर की यात्रा के बाद 'डॉन' के लिए सेरेस अपने घर जैसा हो गया.'
अंतरिक्ष यान ने सेरेस की कक्षा में निर्धारित योजना के अनुसार ही प्रवेश किया और नासा की जेपीएल शाखा में अभियान पर नियंत्रण रखने वाली टीम को अंतरिक्ष यान के पूरी तरह ठीक रहने के सिग्नल मिले हैं.
बौने ग्रह की यात्रा करने वाले पहले उपग्रह की उपलब्धि हासिल करने के साथ-साथ 'डॉन' ऐसा पहला उपग्रह भी हो गया जिसने एक साथ दो परग्रहों के अपने अभियान को पूरा किया.
इससे पहले 'डॉन' ने अपने इस अभियान के तहत 2011 से 2012 के दौरान क्षुद्रग्रह 'वेस्टा' का भी दौरा किया और अंतरिक्ष में स्थित उस सुदूर ग्रह की हजारों तस्वीरें भेजीं.
गौरतलब है कि हमारे सौरमंडल में मंगल और बृहस्पति ग्रह के बीच स्थित क्षुद्रग्रहों की मुख्य पट्टी के दो सबसे बड़े पिंड हैं.
भाषा से इनपुट