प्रसिद्ध अभिनेता नसीरुद्दीन शाह ने हरिद्वार धर्म संसद पर जो बयान दिया है, उसकी चर्चा पाकिस्तान में खूब हो रही है. नसीरुद्दीन शाह के बयान पर पाकिस्तान की मीडिया सहित कई मशहूर हस्तियों ने टिप्पणी की है.
नसीरुद्दीन शाह ने 'द वायर' को दिए एक इंटरव्यू में हरिद्वार धर्म संसद में मुसलमानों के खिलाफ उकसाऊ भाषण के मामले में विस्तार से अपनी बातें कही हैं.
उन्होंने कहा था, 'अगर उन्हें पता है कि वे किस बारे में बात कर रहे हैं, तो मैं हैरान हूं. वो एक गृह युद्ध की अपील कर रहे हैं. हम 20 करोड़ लोग इतनी आसानी से खत्म होने वाले नहीं हैं. हम 20 करोड़ लोग लड़ेंगे. ये लड़ाई मजहब की रक्षा के लिए नहीं बल्कि अपने परिवार और घरों को बचाने की होगी.'
उन्होंने आगे कहा था कि भारत हमारी मातृभूमि है और मैं इस बात को लेकर निश्चिंत हूं कि अगर इस तरह का कोई अभियान शुरू हुआ तो कड़ा प्रतिरोध होगा और लोगों का गुस्सा फूटेगा.
पाकिस्तान की मीडिया ने दी नसीरुद्दीन शाह के बयान को जगह
पाकिस्तान के सरकारी ब्रॉडकास्टर रेडियो पाकिस्तान ने नसीरुद्दीन शाह के बयान पर भारत की मोदी सरकार को घेरा है. रेडियो पाकिस्तान ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से किए गए एक ट्वीट में भारत सरकार को फासीवादी सरकार करार देते हुए लिखा, 'जाने-माने भारतीय अभिनेता नसीरुद्दीन शाह ने फासीवादी मोदी सरकार को मुसलमानों का नरसंहार रोकने को कहा है और चेतावनी दी है कि अल्पसंख्यकों का उत्पीड़न देश को गृह-युद्ध की तरफ ले जाएगा.'
पाकिस्तान के सरकारी टीवी चैनल पीटीवी न्यूज (PTV News) ने भी भारतीय अभिनेता के बयान को लेकर कई ट्वीट किए हैं. अपने एक ट्वीट में पीटीवी न्यूज ने लिखा, 'जाने-माने पत्रकार करन थापर के साथ एक इंटरव्यू में भारतीय अभिनेता नसीरुद्दीन शाह ने कहा कि "भारत में मुसलमानों को दोयम दर्जे का नागरिक बनाया जा रहा है" और यह हर क्षेत्र में हो रहा है.' पाकिस्तान की सरकारी मीडिया ने इसी कड़ी में कई और ट्वीट किए हैं जिसमें शाह के बयानों का जिक्र है.
नसीरुद्दीन शाह के बयान का जिक्र कर मोदी सरकार को घेरा
पाकिस्तान के कई लोगों ने नसीरुद्दीन शाह के बयान का जिक्र करते हुए नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधा है. पाकिस्तान के पूर्व राजनयिक जफर हिलाली ने अपने एक ट्वीट में नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए लिखा, 'तो अंतत: एक प्रमुख भारतीय शख्सियत नसीरुद्दीन शाह ने एक न टाले जाने वाले गृहयुद्ध की चेतावनी दी है. इसमें कोई शक नहीं है कि पाकिस्तान और दुनिया इस लड़ाई में किसके साथ होंगे.'
पूर्व राजनयिक अब्दुल बासित ने इस मुद्दे को लेकर एक वीडियो बनाया है जिसमें वो कह रहे हैं, 'जब से सत्ता में बीजेपी और आरएसएस आए हैं, अल्पसंख्यकों, खासकर मुसलमानों के खिलाफ हिंसा बढ़ गई है. हमने मुसलमानों की लिंचिंग देखी, अल्पसंख्यकों के प्रार्थना स्थलों पर हमले किए जा रहे हैं. मुसलमानों पर हमले करने वालों के खिलाफ कोई कानूनी कार्रवाई न होना ये बताता है कि ये सब बीजेपी के द्वारा करवाया जा रहा है.'
अब्दुल बासित ने आगे कहा कि बीजेपी ये सब चुनावों में जीत के लिए करती है जो कि दुर्भाग्यपूर्ण है.
नया दौर मीडिया के कार्यकारी संपादक मुर्तजा सोलंगी ने नसीरुद्दीन शाह के इंटरव्यू का वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा है, 'नरसंहार के प्रयास गृहयुद्ध की ओर ले जा सकते हैं, मोदी की चुप्पी से पता चलता है कि उन्हें इस बात की कोई परवाह नहीं है-नसीरुद्दीन शाह.'
प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी पीटीआई से जुड़े आसिफ शाह ने नसीरुद्दीन के बयान पर ट्वीट किया, 'हम लड़ेंगे': नसीरुद्दीन शाह ने मुस्लिम नरसंहार के आह्वान पर भारत में गृहयुद्ध की चेतावनी दी.'
तब्दीली टीवी में प्रोड्यूसर अली रजा ने ट्वीट किया, 'प्रसिद्ध भारतीय अभिनेता नसीरुद्दीन शाह ने एक साक्षात्कार में गृहयुद्ध की आशंका जताई है. आप 20% आबादी को सिर्फ इसलिए हाशिए पर नहीं रख सकते क्योंकि वे अलग-अलग धर्मों के हैं. भारतीय अल्पसंख्यक निश्चित रूप से बदला लेंगे. और जब ये दिन आएगा, गृहयुद्ध होगा.'