अमेरिका और जापान समेत दुनिया भर की नींद उड़ाने वाला उत्तर कोरिया पूरे साल सुर्खियों में बना रहा. वैश्विक मीडिया ने भी साल 2017 को उत्तर कोरिया के ही नाम कर दिया. मिसाइल और परमाणु परीक्षण करके दुनिया को दहलाने वाले उत्तर कोरिया ने अमेरिका और जापान समेत कई महाशक्तियों और संयुक्त राष्ट्र को खुलकर ललकारा.
उत्तर कोरिया की करतूतों के चलते सालभर कोरियाई प्रायद्वीप में तनाव बना रहा. उत्तर कोरिया और अमेरिका के बीच जमकर जुबानी जंग जारी रही. दोनों देश अपनी ताकत दिखाने के लिए सैन्य अभ्यास भी करते रहे. अमेरिका जंगी बेड़े भी कोरियाई प्रायद्वीप में पहुंच गए. इसके बाद तृतीय विश्वयुद्ध का खतरा मंडराने तक लगा.
दुनिया को विनाशकारी परमाणु युद्ध की चिंता सताने लगी. दूसरे विश्वयुद्ध के दौरान जापान के हिरोशिमा और नागासाकी शहर में गिराए गए परमाणु बमों से मिले जख्म ताजे हो गए. हालांकि इस साल किसी तरह युद्ध टल गया, लेकिन अभी यह खतरा पूरी तरह से खत्म नहीं हुआ है. उत्तर कोरिया अब भी अमेरिका से कतई दबने को तैयार नहीं है.
वैश्विक मीडिया ने रखी कड़ी नजर
दुनिया के लिए उत्तर कोरिया इतना बड़ा सिर दर्द बना गया कि सालभर वैश्विक मीडिया ने उसकी हर गतिविधि पर कड़ी नजर रखी. इस दौरान उत्तर कोरिया पर संयुक्त राष्ट्र और अमेरिका ने कई प्रतिबंध भी लगाए, लेकिन इसका उस पर कोई असर नहीं पड़ा. उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग-उन ने आसमान से लेकर जमीन तक को अपनी नापाक हरकतों से दहलाया. उसके परमाणु परीक्षणों से भूकंप तक आए.
हाइड्रोजन बम का परीक्षण कर दिखाई ताकत
उत्तर कोरिया कोई इतना बड़ा मुल्क नहीं हैं, लेकिन दुनिया का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करने में उसने बड़े-बड़े मुल्कों को पीछे छोड़ दिया. इस साल उसने तीन सितंबर 2017 को हाइड्रोजन बम का भी परीक्षण किया, जो अमेरिका के हिरोशिमा और नागासाकी पर गिराए गए परमाणु बम से भी 10 गुना घातक है. इस परीक्षण से भूकंप तक आ गया. यह उत्तर कोरिया का छठवां परमाणु परीक्षण था.
उत्तर कोरिया ने दागी 15 मिसाइलें
उत्तर कोरिया ने इस साल कई बैलिस्टिक मिसाइलों परीक्षण का किया. इस साल उत्तर कोरिया ने करीब 15 मिसाइलें दागी. हाल ही में उत्तर कोरिया ने जापान के ऊपर से दो बैलिस्टिक मिसाइलों को गुजारा, जिसके चलते जापान में दहशत फैल गई.
संयुक्त राष्ट्र में कई बार उठा उत्तर कोरिया का मुद्दा
संयुक्त राष्ट्र में इस साल उत्तर कोरिया का मुद्दा कई बार उठा. अमेरिका और जापान ने उत्तर कोरिया के खिलाफ जोरशोर से आवाज उठाई. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने तो एक बार खुदकर यहां तक कह दिया कि अगर उत्तर कोरिया अपनी करतूत से बाज नहीं आया, तो उसको तबाह कर दिया जाएगा.
इस साल संयुक्त राष्ट्र ने उत्तर कोरिया पर कई प्रतिबंध भी लगाए और कड़ी चेतावनी दी. हालांकि उत्तर कोरिया पर इसका कोई असर नहीं पड़ा. उसने अमेरिका को चुनौती देते हुए कहा कि उसको परमाणु और मिसाइल परीक्षण करने से कोई नहीं रोक सकता है. अगर उस पर प्रतिबंध लगाए जाते रहे, तो वह और परीक्षण करेगा.
उत्तर कोरिया में कब-कब किया परमाणु परीक्षण
9 अक्टूबर 2006, दिन- सोमवार, वक़्त- सुबह 9 बजे, जगह- प्योंगांग-री
25 मई 2009, दिन- सोमवार, वक़्त- सुबह 9 बजे, जगह- प्योंगांग-री
12 फ़रवरी 2013, दिन- मंगलवार, वक़्त- सुबह 9 बजे, जगह- प्योंगांग-री
6 जनवरी 2016, दिन- बुधवार, वक़्त- सुबह 8:30 बजे, जगह- प्योंगांग-री
9 सितंबर 2016, दिन- शुक्रवार, वक़्त- सुबह 8:30 बजे, जगह- प्योंगांग-री
3 सितंबर 2017, दिन- रविवार, वक़्त- सुबह 8:30 बजे, जगह- प्योंगांग-री