पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ पमानागेट घोटाला मामले की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित दल के समक्ष गुरुवार को हाजिर हुए. वह पाकिस्तान के पहले प्रधानमंत्री हैं जो पद पर रहते हुए, इस तरह के पैनल के सामने पेश हुए हैं. शरीफ की बेटी मरियम नवाज ने न्यायिक अकादमी रवाना होने के पहले अपने पिता और उनके प्रमुख सहयोगियों की एक तस्वीर पोस्ट करके ट्वीट किया, आज के दिन ने इतिहास रच दिया है और बहु प्रतीक्षित और स्वागत योग्य उदाहरण स्थापित किया है.
The day that creates history & sets a much required & welcome precedent for others to emulate. #NawazSharifIsMyPride pic.twitter.com/9xe26fH5AM
— Maryam Nawaz Sharif (@MaryamNSharif) June 15, 2017
वहीं संयुक्त जांच दल के प्रमुख वाजिद जिया ने शरीफ को मामले से जुड़े सभी कागजात ले कर छह सदस्यीय दल के समक्ष तलब किया. पेशी से पहले प्रधानमंत्री ने सुबह अपने परिजनों और करीबी सहयोगियों से विचार विमर्श किया. शरीफ ने अपने पार्टी कार्यकर्ताओं से उन्हें इस्लामाबाद की न्यायिक अकादमी तक उनके साथ जाने अथवा वहां उनको लेने आने के लिए मना किया है.
नवाज शरीफ के कजाख्स्तान से वापस लौटने के बाद उन्हें समन जारी किया गया. SCO शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए कजाखस्तान गए थे. सुप्रीम कोर्ट ने पनामा पेपर मामले में 20 अप्रैल को जेआईटी का गठन किया था और उसे प्रधानमंत्री, उनके बेटे और मामले से जुड़े किसी भी अथवा व्यक्ति से पूछताछ करने का अधिकार दिया था. यह दल धन शोधन मामले की जांच कर रहा है जिसके जरिए लंदन के पॉश पार्क लेन क्षेत्र में चार अपार्टमेंट खरीदे गए थे, हालांकि शरीफ ने इन आरोपों से इनकार किया है। जेआईटी को 60 दिन में अपनी जांच पूरी करनी है.