पनामा पेपर घोटाले में पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ मंगलवार को एंटी करप्शन अदालत में पेश हुए. शरीफ के खिलाफ भ्रष्टाचार का मुकदमा चल रहा है और वह सोमवार को ही विदेश से पाकिस्तान लौटे है. सुनवाई के दौरान 67 वर्षीय शरीफ ने न्यायाधीश मुहम्मद बशीर को सूचित किया कि उनकी पत्नी की तबियत ठीक नहीं थी और उन्हें उनकी देखभाल करने की जरूरत है. इसके बाद उन्हें जाने की इजाजत दे दी गयी.
यह पेशी महज एक औपचारिकता थी ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि आरोपी मुकदमे का सामना करने के लिये तैयार है. शरीफ करीब 10 मिनट तक अदालत में रहे. शरीफ के साथ उनके वकील ख्वाजा हारिस भी मौजूद थे जो भ्रष्टाचार के मामलों में वकील के तौर पर उनका प्रतिनिधित्व करेंगे. इस मामले में अदालत ने 2 अक्टूबर को शरीफ पर अभियोग लगाने का फैसला किया है.
कोर्ट ने मामले में सुनवाई की अगली तारीख अभी तय नहीं की है. शरीफ परिवार के खिलाफ इस्लामाबाद में एंटी करप्शन अदालत में भ्रष्टाचार के मामलों में सुनवाई चल रही है. अदालत ने पिछले हफ्ते शरीफ, उनकी बेटी मरियम और दामाद कैप्टन (रिटायर्ड) सफदर को 26 सितंबर को उसके समक्ष पेश होने के लिये कहा था.
शरीफ परिवार मामले में सुनवाई की अवहेलना करते हुये 19 सितंबर को अदालत में सुनवाई के लिये पेश नहीं हुआ था. पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के नेताओं, वकीलों, सांसदों और कुछ मंत्रियों समेत शरीफ के सैकड़ों समर्थक अदालत परिसर में मौजूद थे. न्यायिक परिसर के आसपास सुरक्षा के भारी इंतजाम किये गये थे. इससे पहले शरीफ इस्लामाबाद से सुबह करीब साढ़े आठ बजे पंजाब हाउस से अदालत में पेशी के लिये रवाना हुये थे.
पाकिस्तानी सुप्रीम कोर्ट ने बेईमानी के आरोप में 28 जुलाई को शरीफ को प्रधानमंत्री पद के अयोग्य करार दिया था और उनके तथा उनके बच्चों के खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला दर्ज करने को कहा था. इस फैसले के बाद शरीफ ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था.