पाकिस्तान ने एक बार फिर अमेरिका के सामने कश्मीर का दुखड़ा रोया है. अमेरिकी सीनेटरों से मुलाकात के दौरान पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने सोमवार को कश्मीर मुद्दा उठाया और कहा कि इसका हल संयुक्त राष्ट्र प्रस्तावों के अनुरूप होना चाहिए.
शरीफ ने इस बात को रेखांकित किया कि भारत और पाकिस्तान के बीच आगे बढ़ने के लिए बातचीत ही एकमात्र रास्ता है. उन्होंने अमेरिकी सीनेटरों टिम कैने और एंगस किंग से मुलाकात की. दोनों सशस्त्र सेवा संबंधी सीनेट की समिति के सदस्य हैं.
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर सयहां जारी एक बयान में कहा गया है कि शरीफ ने दोनों सांसदों से कहा, ‘कश्मीर के लिए किसी भी हल का आधार संयुक्त राष्ट्र प्रस्ताव होने चाहिए और कश्मीर के लोगों को इसका हिस्सा बनाया जाना चाहिए.’ बयान के मुताबिक, ‘ उन्होंने संयुक्त राष्ट्र से कहा कि वह अपने प्रस्तावों का सम्मान करे. उन्होंने कहा कि कश्मीर का एकमात्र स्वीकार्य हल वही होगा जिसका पाकिस्तान, भारत और कश्मीरी लोग सहित विभिन्न पक्ष समर्थन करते हों.’ शरीफ ने भारत और पाकिस्तान के बीच विदेश सचिव स्तरीय वार्ता रद्द होने पर निराशा जताई.
उन्होंने भाशा और दासू बांधों के संबंध में अमेरिकी समर्थन की सराहना की. उन्होंने अमेरिकी सीनेटरों को बताया कि आर्थिक संकेतकों के मामले में पाकिस्तान की स्थिति सुधरी है. उन्होंने अमेरिका मे पाकिस्तानी उत्पादों के लिए बेहतर बाजार पहुंच के संबंध में भी चर्चा की. इसके पहले विदेश कार्यालय ने कहा कि सीनेटरों ने राष्ट्रीय सुरक्षा और विदेश मामलों में प्रधानमंत्री के सलाहकार सरताज अजीज से मुलाकात की और विभिन्न मुद्दों पर विचार विमर्श किया. इनमें अमेरिका के साथ पाकिस्तान के संबंध और क्षेत्रीय स्थिति शामिल हैं. अजीज ने नियंत्रण रेखा पर स्थिति के कारण भारत के साथ तनाव को लेकर पाकिस्तान की चिंता जाहिर की.
बयान में कहा गया है कि उन्होंने (अजीज) पड़ोस में शांति के लिए सरकार के रूख को रेखांकित किया और नियंत्रण रेखा पर मौजूदा सुरक्षा स्थिति को लेकर अपनी चिंता जताई.
इसमें कहा गया है कि सीनेटरों ने आतंकवाद पर काबू के लिए पाकिस्तान के प्रयासों की सराहना की. वे इस बात पर भी सहमत हुए कि आतंकवाद के मूल कारणों का हल किया जाना चाहिए. अजीज ने पिछले हफ्ते संयुक्त राष्ट्र को पत्र लिखकर भारत के साथ सीमा पर तनाव को कम करने के लिए हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया था.
(इनपुट: भाषा)