इजरायल की ओर से हिज्बुल्लाह के ठिकानों पर किए जा रहे हमलों में लगभग 700 लोगों की जान चली गई है. लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने इसकी जानकारी दी है. इजरायल के सेना का दावा है कि वह हिज्बुल्लाह की सैन्य क्षमताओं और सीनियर कमांडरों पर फोकस्ड कर रही है, लेकिन नागरिकों की बढ़ती मौत अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चिंता का विषय है. इंटरनेशनल ऑर्गेनाइजेशन फॉर माइग्रेशन के अनुसार, इस लड़ाई ने लेबनान में 200,000 से ज़्यादा लोगों को अपने घरों से भागने पर मजबूर कर दिया है. 7 अक्टूबर को इजरायल-हमास युद्ध के शुरू होने के बाद से हमास ने इजरायल पर हमला किया और हिज्बुल्लाह ने समर्थन में रॉकेट दागना शुरू कर दिया. इसके बाद लेबनान ने अपनी सीमाओं के भीतर 1,540 लोगों की मौत की सूचना दी.
इजरायल अधिकारियों ने सख्त चेतावनी जारी की है, जिसमें धमकी दी गई है कि अगर हिज्बुल्लाह ने अपने हमले जारी रखे तो वे लेबनान में भी गाजा जैसी तबाही मचा देंगे. इन बयानों ने इस आशंका को और बढ़ावा मिला है कि गाजा में देखी गई तबाही लेबनान में भी दोहराई जा सकती है, जिससे संघर्ष और भी बढ़ सकता है.
इस संकट को लेकर कूटनीतिक प्रयास जारी हैं. यू.के. के प्रधानमंत्री ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में लेबनान के प्रधानमंत्री नजीब मिकाती से मुलाकात की, जिसमें उन्होंने नागरिकों की मौत पर संवेदना व्यक्त की और युद्ध विराम और बातचीत के माध्यम से समाधान की बात की. यह लड़ाई अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहुंच गई है. यमन से इजरायल की ओर दागी गई एक मिसाइल को इजरायली 'एरो' एरियल डिफेंस सिस्टम ने सफलतापूर्वक तबाह कर दिया.
पेजर धमाकों के बाद अब इजरायल ने लेबनान में मचाई तबाही
पहले गाजा और अब बेरूत. इजरायल ने लेबनान पर बमों की बारिश कर दी है. बेरूत समेत तमाम लेबनानी शहरों में इजरायल तीन चार दिन से हमले कर रहा है. पेजर हमलों के बाद ये नई तबाही लेबनान पर भारी पड रही है. इस बीच इस बडे वार जोन मे आज तक संवाददाता अशरफ वानी पहुंचे हैं. इजरायली हमलों के बाद लेबनान जाने वाली लगभग सारी उड़ानें रद्द कर दी गई हैं. इजरायली हमले और हिजबुल्लाह की जवाबी कार्रवाई के बीच कोई भी एयरलाइंस कंपनी बेरूत जाने का जोखिम नहीं उठा रही है.