ब्रिटेन की शाही गद्दी पर सबसे लंबे समय तक आसीन रहीं महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के निधन से दुनियाभर में शोक है. महारानी एलिजाबेथ द्वितीय ने स्कॉटलैंड के बाल्मोरल कैसल (Balmoral Castel) में 96 साल की उम्र में अंतिम सांस लीं. महारानी को हैट्स का बहुत शौक था. उन्हें दुनियाभर में फैशन आइकॉन के तौर पर देखा जाता था. उनके पास आभूषणों का दुनियाभर में सबसे बेशकीमती कलेक्शन था. वह आमतौर पर जिन आभूषणों को पहना करती थीं, उनमें 300 हीरों से जड़ा एक नेकलेस भी था, जिसे हैदराबाद के निजाम ने 1947 में उनकी शादी के मौके पर तोहफे के तौर पर दिया था.
1947 में हैदराबाद के निजाम (शासक) उस्मान अली खान उर्फ आसफ जाह अष्ठम थे. वह दुनिया के सबसे अमीर लोगों में शुमार थे. उनके पास उस समय अकूत धन संपत्ति थी. टाइम पत्रिका (Time Magazine) ने 22 फरवरी 1937 को उन्हें अपने कवर पेज पर जगह देते हुए उन्हें दुनिया का सबसे अमीर शख्स बताया था.
उस समय हैदराबाद ब्रिटिश उपनिवेशवाद के तहत आता था. इसी वजह से वह महारानी को उनकी शादी में सबसे बेशकीमती उपहार देना चाहते थे. इस नेकलेस को लंदन की लोकप्रिय आभूषण कंपनी कार्टियर (Cartier) ने तैयार किया था. निजाम ने कार्टियर से कहा था कि वह चाहते हैं कि महारानी एलिजाबेथ द्वितीय उनके मौजूदा स्टॉक से खुद यह तोहफा चुनें. इसके बाद एलिजाबेथ ने खुद प्लैटिनम का यह नेकलेस चुना. इस नेकलेस में लगभग 300 हीरे जड़े हुए हैं. इसकी कीमत 6.63 करोड़ ब्रिटिश पाउंड बताई जाती है. यह मौजूदा समय में ब्रिटेन के शाही परिवार के सबसे अमूल्य आभूषणों में से एक है.
यह नेकलेस ब्रिटेन की डचेज ऑफ कैम्ब्रिज ने कई मौकों पर पहना
महारानी एलिजाबेथ द्वितीय ने अपने शासनकाल में लगातार इसी नेकलेस को पहना. उन्होंने बाद में डचेज ऑफ कैम्ब्रिज (केट मिडलटन) को भी इसे पहनने दिया. सार्वजनिक तौर पर कई मौकों पर डचेज ऑफ कैम्ब्रिज इस नकलेस को पहने नजर आई हैं. उन्होंने सबसे पहले फरवरी 2014 में यह नेकलेस पहना था.
हैदराबाद के निजाम ने महारानी को हैदराबाद का प्रसिद्ध टिआरा (ताज) भी तोहफे में दिया था, जिन पर तीन फूलों के ब्रोच लगे हुए थे, जो हीरे से बने हुए थे.
इसी नेकलेस को पहने महारानी एलिजाबेथ द्वितीय की तस्वीरें ब्रिटेन के नोटों और डाक टिकटों पर लगी हैं. इतना ही नहीं महारानी ने अपने आधिकारिक पोट्रेट में भी इसी नेकलेस को पहना हुआ है.