नेपाल में भारी बारिश के कारण अलग-अलग स्थानों में हुए भूस्खलन और आई बाढ़ में 84 लोगों की मौत हो गई और 156 लोग लापता हो गए हैं. समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, अधिकारियों ने बताया कि शनिवार को 33 और शव बरामद होने के बाद मृतकों की संख्या 84 हो गई है.
पश्चिमी क्षेत्र के 10 जिलों को भूस्खलन और बाढ़ से सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है, जबकि जानमाल को हुए वास्तविक नुकसान का ब्यौरा अभी सामने नहीं आया है. बीरेंद्रनगर के एक राजनीतिक कार्यकर्ता संजय पाराजुली ने कहा, 'हर तरफ मवेशियों के शव नजर आ रहे हैं, घर में पानी भरा हुआ है और अन्य संपत्तियां मलबों में दब गई हैं, जबकि खेतों के फसल नष्ट हो गए हैं.'
गृह मंत्रालय के प्रवक्ता लक्ष्मी प्रसाद धाकल ने कहा, 'लगातार हो रही बारिश से 1500 लोग विस्थापित हो गए हैं और प्रभावित इलाकों में फंसे हुए हैं, तथा राहत के लिए हेलीकॉप्टर का इंतजार कर रहे हैं.' घबराए हुए लोग ऊपरी इलाकों की तरफ जाने लगे हैं, जबकि अपनों को खो चुके लोग बाढ़ से हुई त्रासदी के लिए सरकार को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं.
गृह मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि प्रभावित इलाकों की सड़के बाढ़ में क्षतिग्रस्त हो जाने की वजह से सरकार के लिए राहत एवं बचाव कर्मियों की टीम भेजना मुश्किल हो रहा है. गौरतलब है कि सिंधुपालचौक में दो अगस्त को हुए भूस्खलन में 156 लोगों की मौत हो गई थी.