भारत में 500 और 1000 के नोटों को बैन करने के आदेश का भारत के साथ-साथ पड़ोसी देश नेपाल पर भी व्यापक असर पड़ा है. नेपाल की बैंकिंग व्यवस्था ने भारत के 500 और 1000 के नोटों के अमान्य होने के कारण 3.5 करोड़ रुपये की भारतीय मुद्रा को जारी करने से रोक दिया है. नेपाल राष्ट्र बैंक के विदेशी विनियम व्यवस्थापन विभाग ने एक सर्कुलर जारी कर नेपाल में 500 और 1000 रुपये के नोट के प्रचलन पर रोक लगा दी है.
नोटों को बंद करने के फैसले से नेपाल की बैंकिंग व्यवस्था, नेपाली प्रवासियों और भारत-नेपाल की सीमा से सटे इलाकों में रहने वाले लोग हैरान व परेशान हो गए हैं. लोग लगातार बैंकों से पूछ रहे हैं कि उनके पास मौजूद इन भारतीय मुद्राओं को किस तरह बदला जाएगा.
सड़को पर पसरा है सन्नाटा
नेपाल के वीरगंज शहर में भारत के साथ-साथ नेपाल
में नोटों पर पाबंदी का खासा असर देखा जा रहा है,
वहां लोग काफी परेशान हैं. 500 और 1000 के नोट
से वीरगंज में खरीद-बिक्री पर रोक लग गयी है,
सड़कों पर सन्नाटा पसरा है. नेपाल राष्ट्र बैंक के
डिप्टी डायरेक्टर प्रदीप भट्टाराई ने कहा कि विदेशी
विनियम व्यवस्थापन विभाग ने विदेशी विनियम
नियम 2019 दफा 12 का प्रयोग कर नेपाल में
भारतीय मुद्रा (500 एवं 1000) के नोट के प्रचलन पर
रोक लगाई है.
जाली नोट, हवाला और कालाधन का कारोबार नेपाल के रास्ते बड़े पैमाने पर होता था. ऐसे में नोटबंदी से इस तरह के व्यवसाय करने वालों पर भी जबरदस्त असर देखा जा रहा है. जानकारी के अनुसार हवाला के जरिए नेपाल से भारत में करेंसी भेजने के कारोबार को भी भारत के इस निर्णय से गहरा झटका लगा है.
नेपाली नोट के बदले भारतीय नोटों में कमी
नेपाल में रहने वाले भारतीयों के साथ-साथ भारत में
रहने वाले नेपाल के लोगों को काफी परेशानी हो रही
है. भारत की तरह नेपाल के बैंकों में 500 और 1000
के नोट को बदलने की कोई व्यवस्था नहीं है. इसके
अलावा नेपाल के राष्ट्र बैंक जो पहले 8000 नेपाली
नोट की जगह 5000 भारतीय नोट देता था उसमें भी
कमी कर दी गयी है. भारत में नोट पर पाबंदी लगने
के बाद राष्ट्र बैंक नेपाल अब 4000 नेपाली नोट के
बदले 2500 भारतीय नोट दे रहा है.