नेपाली संसद के निवर्तमान स्पीकर कृष्ण बहादुर महरा को बलात्कार के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. एक हफ्ते पहले ही संसद सचिवालय में कार्यरत एक महिला कर्मचारी ने महरा पर बलात्कार का आरोप लगाया था. अदालत के आदेश के बाद रविवार को कृष्ण बहादुर महरा को उनके सरकारी आवास से गिरफ्तार किया गया.
बलात्कार के आरोप के बाद महरा को अपना स्पीकर का पद छोड़ना पड़ा था, लेकिन उन्होंने सांसद पद नहीं छोड़ा था. गिरफ्तारी के साथ ही कृष्ण बहादुर महरा सांसद पद से भी बर्खास्त हो गए हैं.
चरित्र पर उठा रहे सवाल: महरा
वहीं, बीते दिनों कृष्ण बहादुर महारा ने कहा था कि मीडिया चैनल और लोग मेरे चरित्र पर सवाल उठा रहे हैं और मुझ पर आरोप लगा रहे हैं. मुझ पर लगे आरोप की जांच निष्पक्ष हो, इसलिए मैं अपने पद से इस्तीफा दे रहा हूं. आरोप लगने के बाद कई राजनीतिक पार्टियों ने महारा से इस्तीफा मांगा था.
वहीं, कृष्ण बहादुर महारा के निजी सचिवालय ने दुष्कर्म के आरोप को खारिज कर दिया था. उनके प्रेस सचिव ने कहा था, 'ये आरोप बेबुनियाद है. इनमें किसी भी तरह की सच्चाई नहीं है.' प्रेस सचिव ने दावा किया कि महारा को बदनाम करने और उनसे बदला लेने के लिए आरोप लगाए गए हैं.
प्रेस सचिव ने कहा, 'संसदीय सचिवालय के स्वास्थ्य विभाग में कोई जगह खाली नहीं थी. पीड़िता के अलावा कई मेडिकल कर्मचारी विभाग में अपनी पोस्टिंग की मांग कर रहे थे लेकिन यह हमारे हाथ में नहीं था. इसी का बदला लेने के लिए पीड़िता ने स्पीकर पर झूठा आरोप लगाया है.'
क्या है मामला?
पीड़िता का आरोप है कि महारा ने काठमांडू के तिकुने इलाके में स्थित किराये के एक घर में उसके साथ दुष्कर्म किया. उस समय पीड़िता का पति घर में नहीं था.