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नेपाल सरकार में होने जा रही उथल-पुथल! ओली के एग्जिट के बाद प्रचंड करेंगे ये काम

नेपाल की प्रचंड सरकार ने अब नेपाल कांग्रेस और छह अन्य पार्टियों से हाथ मिला लिया है. जनमत पार्टी, नागरिक उन्मुक्ति पार्टी और जनता समाजवादी पार्टी पुराने गठबंधन ने पुराने गठबंधन से नाता तोड़ दिया है और नेपाली कांग्रेस की अगुवाई में नए गुट से हाथ मिला लिए हैं. हालांकि, नेताओं का यह भी कहना है कि आठ पार्टियों के बीच मंत्रालयों का बंटवारा करना प्रधानमंत्री के लिए मुश्किल होगा.

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नेपाल पीएम पुष्प कमल दहल प्रचंड ( फोटो- Reuters).
नेपाल पीएम पुष्प कमल दहल प्रचंड ( फोटो- Reuters).

नेपाल में सियासी घमासान के बीच प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड जल्द ही अपनी कैबिनेट में बड़ा फेरबदल करने की तैयारी कर रहे हैं. प्रचंड सरकार से तीन राजनीतिक दलों के समर्थन वापस लेने के बाद मंत्रिमंडल में 16 मंत्रिपद खाली पड़े हैं. संसद में नेपाल की दूसरी सबसे पार्टी सीपीएन-यूएमएल ने सोमवार को प्रचंड सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया था. 

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राष्ट्रपति चुनाव में नेपाली कांग्रेस के एक उम्मीदवार को समर्थन दिए जाने पर हुई तनातनी के बाद पूर्व प्रधानमंत्री ओली की पार्टी ने सरकार से समर्थन वापस ले लिया. 

राष्ट्रीय प्रजातंत्र पार्टी (आरपीपी) ने भी सरकार से समर्थन वापस ले लिया है. राष्ट्रीय स्वतंत्र पार्टी (आरएसपी) ने भी सरकार से समर्तन वापस लिया है. हालांकि, आरएसपी बाहर से सरकार  को समर्थन देना जारी रखेगी. इस तरह नेपाल की तीन प्रमुख पार्टियों के सरकार से समर्थन वापस लेने के बाद नेपाल में सत्तारूढ़ सात पार्टियों का गठबंधन खंडित हो गया है.

रिपोर्ट के मुताबिक, प्रचंड सरकार ने अब नेपाल कांग्रेस और छह अन्य पार्टियों से हाथ मिला लिया है. जनमत पार्टी, नागरिक उन्मुक्ति पार्टी और जनता समाजवादी पार्टी पुराने गठबंधन ने पुराने गठबंधन से नाता तोड़ दिया है और नेपाली कांग्रेस की अगुवाई में नए गुट से हाथ मिला लिए हैं. हालांकि, नेताओं का यह भी कहना है कि आठ पार्टियों के बीच मंत्रालयों का बंटवारा करना प्रधानमंत्री के लिए मुश्किल होगा.

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रिपोर्ट के मुताबिक, कैबिनेट विस्तार से गठबंधन को बनाए रखने में मदद मिल सकती है और साथ में नौ मार्च को होने जा रहे राष्ट्रपति चुनाव के लिए समर्थन जुटा सकते हैं. प्रधानमंत्री कैबिनेट विस्तार के लिए मंगलवार से चर्चा करना शुरू कर सकते हैं. 

कैबिनेट विस्तार से गठबंधन को बरकरार रखने और 9 मार्च को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के लिए समर्थन हासिल करने के इरादे से प्रधानमंत्री मंगलवार से खाली कैबिनेट पदों को भरने के लिए चर्चा शुरू करने की तैयारी कर रहे हैं.



 

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