नेपाल के पोखरा में हुए विमान हादसे ने कई परिवारों को कभी न खत्म होने वाला दर्द दिया है. केरल के एक ईसाई पादरी का परिवार, जो पहले से ही पादरी के मरने से शोक में था, इस घटना से सदमे में चला गया है. इस परिवार के तीन गहरे दोस्त यति एयरलाइंस के विमान दुर्घटना में मारे गए. तीनों दोस्त, दो और लोगों के साथ शुक्रवार को केरल के पठानमथिट्टा के पास अनिकाडु में अंतिम संस्कार में शामिल होने आए थे. इसके बाद तीनों दोस्त घर लौटते समय हवाई हादसे में मौत का शिकार हो गए.
मरने वाले राजु ठकुरी, रबिन हमल और अनिल साही पादरी मैथ्यू फिलिप के अंतिम संस्कार में शामिल होने केरल आए थे. फिलिप एक ईसाई मिशनरी थे जिन्होंने 45 साल नेपाल में गुजारे थे. वो दो साल पहले कैंसर से पीड़ित होने के बाद केरल वापस लौटे थे और वहीं अपना इलाज करा रहे थे. लेकिन 11 जनवरी को 76 साल की उम्र में फिलिप का निधन हो गया. तीनों दोस्तों के अलावा शरण शई और सुमन थापा भी उनके अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए केरल गए थे. ये लोग फिलिप को पिता की तरह मानते थे.
फिलिप के भाई थॉमस ने समाचार एजेंसी पीटीआई से बातचीत में कहा, 'अंतिम संस्कार 13 जनवरी को था. उनकी फ्लाइट कोच्चि से मुंबई और वहां से काठमांडू के लिए थी. दो लोग मुंबई में ही रुक गए लेकिन तीन लोगों ने काठमांडू के लिए फ्लाइट ली. उनके मरने की खबर हमारे लिए एक बड़ा झटका था.'
फिलिप के पोते जोएल मैथ्यू ने कहा कि जैसे ही उन्हें विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने की सूचना मिली, उन्होंने तुरंत विमान की पैसेंजर लिस्ट चेक की. तब उन्हें पता चला कि उनके परिवार के तीन करीबी दोस्त उस विमान में सवार थे.
जोएल ने बताया कि उन्होंने तुरंत बाकी के दो लोगों को फोन किया. उन लोगों ने बताया कि उनसे अपने तीनों दोस्तों की बॉडी की शिनाख्त करने के लिए कहा गया है. लेकिन सबकुछ जलकर राख हो गया है, विमान में सवार किसी भी व्यक्ति की पहचान असंभव है.
उत्तर प्रदेश के भी चार दोस्तों की गई जान
विमान दुर्घटना में उत्तर प्रदेश के चार लोगों की जान गई है जो गाजीपुर जिले के रहने वाले थे. चारों दोस्त नेपाल के पशुपतिनाथ मंदिर में दर्शन के लिए गए थे. सोनू जायसवाल अपनी मन्नत पूरी होने पर दोस्तों के साथ मिलकर दर्शन के लिए गए थे लेकिन दोबारा घर लौटकर न आ सके. उनकी दो बेटियां हैं. उन्होंने मन्नत मानी थी कि अगर उन्हें बेटा होता है तो वो पशुपतिनाथ मंदिर जाकर पूजा करेंगे. मन्नत पूरी होने पर वो दर्शन के लिए गए थे जहां विमान दुर्घटना में उनकी जान चली गई. उनका बेटा अभी महज 18 महीने का है.
30 सालों में अब तक का सबसे घातक विमान दुर्घटना
नेपाल के पोखरा में रविवार को हुआ विमान दुर्घटना देश के 30 सालों के इतिहास में सबसे घातक विमान दुर्घटना साबित हुआ है. विमान में 68 यात्रियों और 4 क्रू मेंबर समेत 72 लोग सवार थे. लैंडिंग से कुछ समय पहले ही यति एयरलाइंस का 9N-ANC ATR-72 विमान सेती नदी के तट पर दुर्घटनाग्रस्त हो गया.
सोशल मीडिया पर विमान हादसे से जुड़े कई वीडियो सामने आए हैं जिनमें देखा जा सकता है कि विमान ने आसमान में अपनी गति और रास्ता खो दिया जिसके बाद उसमें आग लग गई. तुरंत बाद विमान जमीन पर गिरा और धू-धू कर जलने लगा. प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि वो विमान के अंदर से लोगों के चीखने-चिल्लाने की आवाज सुन रहे थे लेकिन चाहकर भी वो जलते विमान के पास नहीं जा सके.
विमान में पंद्रह विदेशी नागरिक सवार थे जिनमें पांच भारतीय, चार रूसी, दो कोरियाई, एक ऑस्ट्रेलियाई, एक फ्रांसीसी, एक अर्जेंटीना और एक इजरायली शामिल था.