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भारत की बजाए पहले चीन जा रहे नेपाली पीएम केपी ओली, परंपराओं को तोड़ा

नेपाल के प्रधानमंत्री के.पी. शर्मा ओली 2-5 दिसंबर को बीजिंग की यात्रा करेंगे. यह उनके कमान संभालने के बाद किसी पड़ोसी देश की पहली यात्रा होगी. ओली की इस यात्रा का उद्देश्य चीन के साथ द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करना है.

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नेपाल के प्रधानमंत्री के.पी. शर्मा ओली और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग (Photo- China_Amb_India/X)
नेपाल के प्रधानमंत्री के.पी. शर्मा ओली और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग (Photo- China_Amb_India/X)

नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली आगामी 2 से 5 दिसंबर के बीच चीन की राजधानी बीजिंग का दौरा करेंगे. इस यात्रा में वे चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मिलेंगे. यह ओली की इस कार्यकाल में किसी पड़ोसी देश की पहली यात्रा होगी. इस बार ओली ने परंपरा को तोड़ते हुए भारत के बजाय चीन को अपनी पहली यात्रा के लिए चुना है.

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नेपाल के पिछले प्रधानमंत्रियों ने सामान्यतः भारत को अपनी पहली यात्रा का गंतव्य बनाया है. हालांकि, 2008 में पूर्व प्रधानमंत्री पुष्प कमल दाहाल 'प्रचंड' ने सबसे पहले चीन की यात्रा की थी. ओली के इस फैसले को नेपाल और चीन के मध्य संबंधों को मजबूत करने के रूप में देखा जा रहा है.

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शी जिनपिंग से मिलेंगे केपी ओली

नेपाल के विदेश मंत्रालय ने इस यात्रा की घोषणा करते हुए बताया कि चीन के प्रधानमंत्री ली कियांग के निमंत्रण पर ओली यह यात्रा कर रहे हैं. इस दौरान ओली चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मिलेंगे और चीनी समकक्ष के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे.

चीन में नेपाली पीएम ओली का प्रोग्राम

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ओली नेशनल पीपल्स कांग्रेस के स्थायी समिति के अध्यक्ष चाओ लेजी से भी मुलाकात करेंगे. इसके अलावा, नेपाल-चीन व्यापार मंच को संबोधित करेंगे जो चीनी और नेपाली व्यापार समुदाय के बीच आपसी संवाद का मंच है. यह कार्यक्रम काठमांडू में स्थित चीनी दूतावास और नेपाल वाणिज्य संघ द्वारा आयोजित किया जा रहा है.

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केपी ओली के साथ ये नेता होंगे शामिल, पत्नी भी साथ

यात्रा के दौरान ओली के साथ विदेश मंत्री अर्जुना राणा देउबा, अर्थशास्त्री युबा राज खातीवाड़ा और प्रधानमंत्री के मुख्य सलाहकार विष्णु रिमाल जैसे अहम सदस्य होंगे. ओली की धर्मपत्नी राधिका शाक्य भी इस यात्रा में साथ होंगी. ओली की यह यात्रा क्षेत्रीय भू-राजनीति और आर्थिक सहयोगों में अहम बदलाव ला सकती है.

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