पड़ोसी मुल्क नेपाल में मूसलाधार बारिश हो रही है. बारिश के कारण नेपाल के 31 जिले बाढ़ की चपेट में हैं. नेपाल के गृह मंत्रालय के मुताबिक, बाढ़ की चपेट में आकर अभी तक 78 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 32 लोग लापता हैं. प्रशासन ने 3366 लोगों का रेस्क्यू किया है.
गृह मंत्रालय के मुताबिक, करीब 35,000 लोग इस तबाही से प्रभावित हुए हैं. खासकर तराई क्षेत्र के रूप में जाने जाने वाले निचले इलाकों में लोगों की जिंदगी इससे ज्यादा प्रभावित हुई है. नेपाल के 77 जिलों में से 20 से अधिक बाढ़ और भूस्खलन से बुरी तरह से प्रभावित है.
नेपाल सेना, नेपाल पुलिस और सशस्त्र पुलिस बल की तैनाती आपदा प्रभावित जिलों में बचाव और राहत कार्यों को करने के लिए की गई है. नदियों में उफान के चलते तटबंध के टूट जाने और पानी बस्तियों में घुसने के चलते लोगों को अन्य जगहों पर भेजा गया और ऐसा विशेषरूप से क्षेत्र 2 में हुआ. अकेले इसी क्षेत्र से 13,000 से अधिक परिवारों को हटाया गया जहां 3,500 घर पूरी तरह से टूट गए हैं.
प्रांतीय सरकारों ने अलग से पीड़ितों के लिए राहत पैकेज की घोषणा की जिनमें घायलों का मुफ्त इलाज और अपने सदस्यों को खोने वाले परिवारों के लिए नकदी शामिल है. स्थानीय सरकारों ने अलग अलग एजेंसियों के साथ मिलकर ज्यादा प्रभावित समुदायों में खाद्य सामग्री, कपड़े और तिरपाल का वितरण किया है. द हेल्थ एमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर ने कहा कि डाक्टर सहित अलग-अलग मेडिकल टीम बुरी तरह से प्रभावित जिलों में भेजी गई है ताकि लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराई जा सकें.