नेपाल के प्रधानमंत्री के. पी. शर्मा ओली पद संभालने के बाद पहली बार फरवरी में भारत का दौरा करेंगे. उनकी यह पहली विदेश यात्रा होगी. यह जानकारी विदेश मंत्री कमल थापा ने बुधवार को दी. इससे उन अटकलों को विराम लग गया है, जिसमें नेपाली प्रधानमंत्री की पहली विदेश यात्रा पर अपने दक्षिणी पड़ोसी की बजाए चीन जाने की बात कही जा रही थी.
यहां एक कार्यक्रम में थापा, जो उप प्रधानमंत्री भी हैं, ने कहा कि प्रधानमंत्री ओली पहले भारत की यात्रा करेंगे. पारंपरिक रूप से नेपाल के प्रधानमंत्री पद संभालने के बाद पहली विदेश यात्रा भारत की ही करते हैं.
केवल माओवादी नेता पुष्प कमल दहाल 'प्रचंड' ने भारत को चिढ़ाते हुए पद संभालने के बाद पहले विदेश दौरे के लिए चीन को चुना था. उन्होंने प्रधानमंत्री बनने के बाद 2008 में बीजिंग ओलंपिक में हिस्सा लेने के लिए चीन की यात्रा की थी. थापा ने बताया कि दोनों ही देशों में ओली के दौरे की तैयारियां की जा रही हैं. थापा, नई सरकार में पद संभालने के बाद पिछले तीन महीनों में दो बार भारत की यात्रा कर चुके हैं. उन्होंने आगे बताया कि ओली भारत दौरे के बाद चीन जाएंगे.
मधेशी आंदोलन से आई खटास
मधेशी मामले को लेकर भारत और नेपाल के बीच जारी अड़चनों के बीच नेपाली मीडिया में अनुमान लगाया जा रहा था कि ओली अपने पहले विदेश दौरे के लिए चीन को चुनेंगे. राजनयिक सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, ओली फरवरी के दूसरे या तीसरे सप्ताह में भारत यात्रा पर होंगे. हालांकि तारीख का चयन अभी बाद में किया जाएगा.
पीएम मोदी ने दिया था न्योता
थापा ने कहा कि मीडिया ने इस तरह की सोच बनाने का काम किया है कि प्रधानमंत्री को किस देश का पहला दौरा करना चाहिए. 'हम ऐसी किसी सोच को खारिज करते हैं. नेपाल का भारत और चीन दोनों के साथ स्वतंत्र और संप्रभु संबंध है. इसलिए दोनों की तुलना करना ठीक नहीं है.' प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ओली को दो बार फोन कर भारत आने के लिए आमंत्रित किया था. थापा ने कहा, 'प्रधानमंत्री ओली को सबसे पहले भारत से आमंत्रण मिला, इसलिए वह पहले भारत जा रहे हैं.'
-इनपुट IANS