इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के घर पर हुए हमले के लिए इजरायल ने ईरान को दोषी ठहराया है. इजरायल के एक सीनियर अधिकारी ने आरोप लगाया है कि ईरान ने उनकी हत्या की कोशिश की है. आज सुबह हुए इस हमले में हिज्बुल्लाह ने तीन ड्रोन लॉन्च किए थे. इजरायल की सेना (आईडीएफ) के मुताबिक, इन ड्रोन में से दो को मार गिराया गया, जबकि एक ने प्रधानमंत्री आवास के पास की इमारत को निशाना बनाया.
प्रधानमंत्री ऑफिस से आए एक बयान के मुताबिक, ईरान ने नेतन्याहू को निशाना बनाने की कोशिश की थी. यह घटना कासेरिया में हुई, जो अपने शानदार विला और रोमन सभ्यता के अवशेषों के लिए मशहूर है. IDF ने बताया कि ड्रोन लेबनान से लॉन्च किए गए थे और इस हमले के कारणों की जांच की जा रही है. ईरान की तरफ से फिलहाल इजरायल के आरोपों पर कुछ प्रतिक्रिया समने नहीं आई है.
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ड्रोन अटैक पर नहीं मिली कोई वार्निंग
कहा जा रहा है कि ड्रोन हमले के बीच लोगों को कोई वार्निंग नहीं मिली. मसलन, इजरायल का सुरक्षा कवच (वार्निंग सिस्टम) आमतौर पर किसी भी हमले को भांप लेता है और साइरन के जरिए लोगों की चेतावनी मिलती है. हालांकि, नेतन्याहू के आवास को निशाना बनाने वाले ड्रोन्स का पता नहीं चला.
सैन्य हेलिकॉप्टर ने ड्रोन को मार गिराया
बताया जा रहा है कि, ड्रोन के हमले से पहले इजरायल के किसी भी इलाके में चेतावनी के सायरन नहीं बजे. सोशल मीडिया पर इसका एक वीडियो भी शेयर किया जा रहा है, जिसमें देखा जा सकता है कि ड्रोन को सैन्य हेलिकॉप्टर चेज कर रहा है और उसे हवा में मार गिराता है.
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दूसरे इलाके में बजे सायरन
हालांकि, तेल अवीव के उत्तर में स्थित ग्लीलोट में सायरन जरूर बजे, जहां एक प्रमुख आईडीएफ इंटेलिजेंस बेस और मोसाद मुख्यालय स्थित है. हालांकि, ये चेतावनी सायरन घरेलू मोर्चे के कमांड ऐप या अन्य प्लेटफॉर्म पर नहीं दी गई. इस घटना से इजरायली पीएम नेतन्याहू को किसी तरह का नुकसान नहीं हुआ, लेकिन सायरन सिस्टम में बड़ी खामियों का पता चला है, जिसे दुरुस्त करने का काम चल रहा है.
'जियाद 107' मॉडल के ड्रोन से हमला
कैसेरिया में प्रधानमंत्री के आवास पर लॉन्च किया गया यूएवी "ज़ियाद 107" मॉडल का था, वही यूएवी जिसने गोलानी प्रशिक्षण बेस पर हमला किया था. यह एक ऐसा हथियार है, जो अपनी ऊंचाई, अपनी उड़ान और उड़ान की ऊंचाई के कारण,सर्च में अधिक कठिन होता है. शुरुआती जांच से पता चलता है कि घटना में 3 ड्रोन लॉन्च किए गए थे. दो को मार गिराया गया और पीछा करने के दौरान एक से संपर्क टूट गया.