मशहूर ब्रिटिश वनस्पतिशास्त्री और फोटोग्राफर एना एटकिंस को सोमवार को उनके 216वें जन्मदिन पर गूगल ने डूडल के जरिए श्रद्धांजलि दी है. एना को फोटोग्राफ का इस्तेमाल कर पहली किताब प्रकाशित करने का श्रेय जाता है. जबकि उन्हें फोटोग्राफ बनाने वाली पहली महिला भी माना जाता है.
एटकिंस वनस्पतिशास्त्र से जुड़ी तस्वीरें बनाने के लिए 'सन प्रिंटिंग' का इस्तेमाल करती थीं. उन्होंने 1843 में ऐसी ही तस्वीरों की एक किताब Photographs of British Algae: Cyanotype Impressions का प्रकाशन किया. एना फोटोग्राफ तैयार करने के लिए जिस तकनीक का इस्तेमाल करती थीं, उसे साइनोटाइप कहा जाता है. इसमें ब्लू बैकग्राउंड पर उजल तस्वीरें उकेरी जाती हैं. इस प्रक्रिया में पेपर को सूर्य की रोशनी में रखा जाता है, लिहाजा इसे सन प्रिंटिंग भी कहते हैं.
अपने करियर में एना ने सैकड़ों ऐसे नमूने इक्ट्ठा किए और 1965 में उन्होंने अपने पूरे कलेक्शन को ब्रिटिश म्यूजियम को दान कर दिया. दक्षिण इंग्लैंड में 16 मार्च 1979 को जन्म लेने वाली एना के पिता भी विज्ञानी थें. एना का 9 जून 1871 को 72 साल की उम्र में निधन हो गया.