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रूस के खिलाफ अमेरिका के इस कदम से भारत को लगा झटका, इन देशों को होगा फायदा

अमेरिका ने रूस के खिलाफ नए प्रतिबंध लगाने की घोषणा की है. रूस के खिलाफ अमेरिका के इस कदम का भारत पर भी असर पड़ेगा. अमेरिका के नए प्रतिबंधों से इंडोनेशिया, ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका जैसे देशों को फायदा हो सकता है.

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अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (फाइल फोटो)
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (फाइल फोटो)

यूक्रेन और रूस में जारी युद्ध के बीच अमेरिका ने रूस पर नए प्रतिबंध लगाने की घोषणा की है. अमेरिका द्वारा रूस पर लगाए गए नए प्रतिबंधों में भुगतान प्रणाली (payment system), वित्तीय संस्थान (financial institutions)  और ऊर्जा उत्पादन (energy production) शामिल हैं.

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रूस के खिलाफ अमेरिका के इस कदम का भारत पर भी असर पड़ेगा. कोयला व्यापारियों का कहना है कि नए अमेरिकी प्रतिबंधों से रूस से कोयला आयात करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है.

2022 से पहले रूस भारत और अन्य दक्षिण एशियाई देशों को बहुत ही कम मात्रा में कोयला निर्यात करता था, लेकिन यूक्रेन से युद्ध के कारण अमेरिका समेत अन्य पश्चिमी देशों ने रूस पर आर्थिक प्रतिबंध लगा दिया. जिसके बाद रूस ने दक्षिण एशियाई देशों में कोयला निर्यात को बढ़ा दिया. 

नए प्रतिबंधों की घोषणा के बाद कोयले के प्रमुख व्यापारियों ने समाचार एजेंसी रॉयटर्स से बात करते हए कहा है कि नए अमेरिकी प्रतिबंधों से रूस से कोयले की आयात में कटौती की संभावना है.

रूसी कार्गो को खरीदने में झिझकेंगे भारतीय व्यापारी

भारत के एक प्रमुख कोयला व्यापारी ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि अमेरिका के नए प्रतिबंधों के बाद मुझे नहीं लगता है कि कोई भी बड़ी भारतीय कंपनी रूसी कार्गो खरीदेगी. वहीं, एक अन्य भारतीय व्यापारी ने कहा कि हालांकि, कोयले की शिपमेंट अभी भी नहीं रुकेगी, लेकिन लोग रूसी कार्गों को खरीदने में झिझकेंगे.

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रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि अमेरिका के नए प्रतिबंधों से इंडोनेशिया, ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका जैसे अन्य कोयला निर्यातक देशों को फायदा हो सकता है.

हालांकि, रूस के सबसे बड़े कोयला उत्पादक और निर्यातक कंपनी SUEK की ओर से इस पर कोई टिप्पणी नहीं की गई है. भारत के व्यापार मंत्रालय ने भी इन प्रतिबंधों के प्रभाव पर तत्काल कोई टिप्पणी नहीं की है.हालांकि, बुधवार को तेल मंत्रालय की ओर से जारी प्रेस रिलीज में रूस के साथ दीर्घकालिक संबंधों को लेकर टिप्पणी की गई थी. 

कंसल्टेंसी बिगमिंट के मुताबिक, साल 2023 में रूसी थर्मल कोयले की आपूर्ति में 19 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. 2023 में भारत ने जितना ईंधन आयात किया. उसका लगभग 6 प्रतिशत यानी 10.06 मिलियन मीट्रिक टन ईंधन रूस से आयात किया. 

रूस-यूक्रेन युद्ध के बाद से ही रूस भारत के लिए शीर्ष तेल आपूर्तिकर्ता देश बन गया है. हालांकि, अमेरिकी प्रतिबंधों की सख्ती की वजह से भारत को रूस से तेल आयात करने में दिक्कतों का भी सामना करना पड़ता है.

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