न्यूजीलैंड की एक महिला ने एयर एशिया की एयर होस्टेस की ड्रेस पर आपत्ति जताते हुए मलेशियाई सरकार के मंत्री को मेल लिखा है. शिकायत करने वाली महिला का नाम डॉ. जून रॉबर्टसन है और उन्होंने इस मामले की शिकायत मलेशियाई सांसद डैटक हनाफी से की है.
न्यूजीलैंड की इस पीड़ित महिला ने अपने शिकायत मेल में कहा है कि एयर होस्टेस इतने छोटे कपड़े पहनती हैं कि उनके अंडरगारमेंट्स भी यात्रियों को दिखते हैं. उन्होंने कहा है कि उन्हें एक बार इस एयरलाइंस की फ्लाइट में एक एयर होस्टेस को टोकना पड़ा क्योंकि उसने अपने टॉप का ऊपरी बटन खोला हुआ था. महिला का दावा है कि उनके साथ दूसरे यात्रियों को भी इस चीज से परेशानी हुई थी.
महिला ने कहा है कि एयर होस्टेस की ऐसी ड्रेस होने से मलेशिया की बेइज्जती हो रही है. हां, उनका कहना है कि स्टाफ के पुरुष कर्मचारी सभ्य और शालीन ड्रेस पहने रहते हैं. महिला का दावा है कि वह अक्सर मलेशिया की राजधानी कुआलालंपुर आती रहती हैं. डॉ. जून के मुताबिक वह 10 सालों से लगातार साल में दो बार मलेशिया आती-जाती रहती हैं.
महिला का कहना है, 'मैं एक अधेड़ प्रोफेशनल महिला हूं. मैं अक्टूबर 2017 में ऑकलैंड से कुआलालंपुर आ रही थी और प्रीमियम बिजनेस क्लास में बैठी थी. एक एयर होस्टेस हमें सर्व करने आई और उसके ब्लाउज का ऊपरी बटन खुला था और उसकी ब्रेस्ट का ऊपरी हिस्सा दिख रहा था. मैंने उससे बटन बंद करने को कहा.' महिला ने सांसद हनाफी से कहा है कि हम मलेशिया की इज्जत इसलिए करते हैं क्योंकि, 'आपकी यहां की महिलाएं वेश्याओं की तरह कपड़े नहीं पहनती हैं.'
डॉ. जून ने जिन सांसद हनाफी को यह चिट्ठी लिखी है, वह भी एयर होस्टेस की ड्रेस पर आपत्ति जता चुके हैं. जून ने कहा है कि मुझे यह जानकर खुशी हुई कि आप भी इस मामले को पहले उठा चुके हैं. महिला ने कहा है, 'मैंने यूरोपियन एयरलाइंस में भी सफर किया है, पर न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रेलियाई या अमेरिकी एयरलाइंस की एयर होस्टेस को भी इतनी छोटी स्कर्ट पहने नहीं देखा.'
डॉ. जून ने आगे लिखा है कि कुआलालंपुर एयरपोर्ट के सुपरमार्केट में तो हद ही हो गई. यहां एक एयर होस्टेस नीचे झुकी तो उसका अंडरगार्मेंट तक दिख गया. पीड़ित महिला ने मलेशियाई मंत्री से कहा है कि कुआलालंपुर के एयरपोर्ट में कई महिलाएं लाल रंग की छोटी स्कर्ट में घूमती नजर आती हैं, ये आपकी नाक कटा रही हैं.
इस मेल को लेकर सोशल मीडिया पर मिली-जुली प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं. लोगों का दावा है कि यह मेल फेक भी हो सकता है, क्योंकि इसमें कई भाषाई गलतियां हैं.