विदेश मामलों पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के सलाहकार सरताज अजीज ने सोमवार को संकेत दिया कि पठानकोट आतंकवादी हमले की आगे की जांच के लिए एनआईए की टीम के दौरे संबंधी भारत की अपील पर विचार कर सकता है. एक दिन पहले ही भारत में पाकिस्तानी उच्चायुक्त अब्दुल बासित ने इससे इनकार किया था.
अजीज ने कहा कि बासित की टिप्पणी कि द्विपक्षीय शांति प्रक्रिया ‘निलंबित’ है का यह मतलब नहीं है कि ‘रद्द हो गई है या हार मान ली गई है.’ उन्होंने उम्मीद जताई है कि भारत-पाक वार्ता जल्द बहाल होगी.
भारत की अपील पर हम ध्यान देंगे
पठानकोट आतंकवादी हमले की जांच के संबंध में भारत की राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की टीम को पाकिस्तान यात्रा की अनुमति दिए जाने के सवाल पर अजीज ने बताया कि ‘एक बार जब वहां तक पहुंच जाएंगे.....भारत अपील करता है तो हम देखेंगे.’ उन्होंने दावा किया कि बासित की यह टिप्पणी कि सहयोग का मतलब आपसी आदान प्रदान नहीं है की ‘जरूरत से ज्यादा व्याख्या की गई है’. उन्होंने कहा कि बासित ने एनआईए की पाकिस्तान यात्रा के विकल्प को बाहर नहीं रखा था.
बासित के बयान की ज्यादा व्याख्या गैरजरूरी
अजीज ने कहा कि मुझे नहीं लगता कि उन्होंने इस शब्द का इस्तेमाल किया. उन्होंने कहा कि इस समय आदान प्रदान से अधिक महत्वपूर्ण सहयोग है. उन्होंने विकल्प को बाहर नहीं रखा. उन्होंने कहा कि आइए सहयोग करें और उसके बाद चीजें काम करेंगी. इसलिए मैं नहीं समझता कि किसी को बयान की जरूरत से अधिक व्याख्या करनी चाहिए. बासित ने केवल इतना कहा कि सहयोग अधिक महत्वपूर्ण है जो सच्चाई है.