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नाइजीरिया में भीषण बम धमाका, 71 लोगों की मौत

नाइजीरिया की राजधानी अबुजा के बाहरी इलाके में आज सुबह एक बस अड्डे में हुए विस्फोट में 71 लोगों की मौत हो गई और 124 अन्य घायल हो गए. राष्ट्रपति ने इस हमले के लिए बोको हरम इस्लामी आतंकवादियों को जिम्मेदार ठहराया है.

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अबुजा में यहीं हुआ धमाका
अबुजा में यहीं हुआ धमाका

नाइजीरिया की राजधानी अबुजा के बाहरी इलाके में आज सुबह एक बस अड्डे में हुए विस्फोट में 71 लोगों की मौत हो गई और 124 अन्य घायल हो गए. राष्ट्रपति ने इस हमले के लिए बोको हरम इस्लामी आतंकवादियों को जिम्मेदार ठहराया है.

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अबुजा के दक्षिण में स्थित न्यानया बस अड्डा सुबह पौने सात बजे बम विस्फोट से दहल गया. देखते ही देखते चारों ओर लाशों का अंबार लग गया. दर्जनों वाहन नष्ट हो गए. नाइजीरिया की संघीय राजधानी क्षेत्र में हुआ यह सबसे भीषण हमला है. इस क्षेत्र में अबुजा और आसपास के इलाके शामिल हैं. अधिकारियों ने शुरू में बताया था कि परिसर में दो अलग अलग विस्फोट हुए हैं, लेकिन बाद में कहा कि नुकसान सिर्फ एक बम से हुआ होगा.

राष्ट्रीय आपात प्रबंध एजेंसी (नेमा) में तलाशी और बचाव प्रमुख चार्ल्‍स ओटेगबेड ने बताया कि विस्फोट एक वाहन से हुआ जो बस अड्डे में खड़ा था. राष्ट्रीय पुलिस प्रवक्ता फ्रैंक म्बा ने घटनास्थल पर पत्रकारों को बताया, 'कुल 71 लोग मारे गए हैं और 124 अन्य घायल हुए हैं. घायलों का अबुजा और इसके आसपास के इलाकों के अस्पतालों में इलाज चल रहा है.'

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घटनास्थल का दौरा कर राष्ट्रपति गुडलक जोनाथन ने बोको हरम द्वारा छेड़े गए नृशंस अशांति के दौर से देश को निकालने का संकल्प लिया. यह संगठन 2009 से देश के उत्तर और मध्य हिस्से में हजारों लोगों की मौत के लिए जिम्मेदार है. गुडलक ने कहा, 'बोको हरम का मुद्दा हमारे खुद के विकास के इस काल में एक क्रूर इतिहास का है, लेकिन हम इससे पार पा लेंगे. बोको हरम का मुद्दा अस्थायी है.

बम विस्फोट से न्यानया मोटर पार्क में करीब चार फुट गहरा गड्ढा बन गया और परिसर मे चारों ओर मलबा बिखर गया. बोको हरम आतंकवादी संगठन ने इससे पहले राजधानी में 2011 में हमला किया था जब इसने विस्फोटकों से लदी दो कारों के जरिए दोहरा आत्मघाती विस्फोट किया था. ये कारें अबुजा स्थित संयुक्त राष्ट्र कार्यालय की इमारत की लॉबी में ले जाई गई थी. इसमें कम से कम 26 लोग मारे गए थे. बोको हरम की हिंसा इस साल 1,500 से अधिक लोगों की जान ले चुका है लेकिन हमलों से दूरदराज के उत्तर पूर्व में स्थित ग्रामीण इलाके कहीं अधिक प्रभावित हुए हैं.

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