मिस्र की राजधानी काहिरा के तहरीर चौक पर पिछले चार दिनों में 91 महिला प्रदर्शनकारियों से बलात्कार और यौन शोषण किया गया. लाखों महिलाएं मोहम्मद मोर्सी के इस्तीफे की मांग को लेकर सड़कों पर उतरी आईं थीं और इसी दौरान भीड़ ने उन पर हमला बोल दिया.
महिलाओं के अधिकारों के लिए लड़ने वाले संगठन नाजरा की एक रिपोर्ट के मुताबिक भीड़ के हमले में घायल हुईं चार महिलाओं को इलाज की जरूरत है, जबकि रेप के बाद एक अन्य महिला की हालत बेहद गंभीर है और उसका ऑपरेशन किया जाना है.
डेली मेल के मुताबिक तहरीर चौक में भीड़ ने महिलाओं के साथ बर्बर व्यवहार किया गया. महिलाओं पर लोहे की जंजीरों, डंडों, कुर्सियों और यहां तक की चाकूओं से वार किया गया. कुछ महिलाओं को तो 45 मिनट तक लगातार मारा गया जब तक कि वे भागने में कामयाब नहीं हो गईं.
पिछले हफ्ते ही तहरीर चौक पर 22 साल की एक डच महिला पत्रकार से रेप किया गया. यही नहीं उसे सात जगह गंभीर चोटें आईं थी और उसका ऑपरेशन किया गया.
गौरतलब है कि मिस्र की सेना ने राष्ट्रपति मोहम्मद मुर्सी से सत्ता छीन ली है. सेना प्रमुख ने मिस्र का संविधान निलंबित करने की घोषणा की है. इस घोषणा के साथ ही अब मुर्सी सत्ता में नहीं रहेंगे और सुप्रीम कांस्टीट्यूशनल कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश अस्थायी तौर पर देश की कमान संभालेंगे. खबरों के मुताबिक धार्मिक और सैन्य नेताओं से समर्थन प्राप्त जनरल अब्दुल फतह अल-सीसी ने बुधवार को यह घोषणा की.
मोर्सी के खिलाफ चार दिन तक बड़े पैमाने पर जगह-जगह पर विरोध-प्रदर्शन और सेना के अल्टीमेटम के बाद यह कदम उठाया गया है.