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लंदन: 17 अक्टूबर तक बढ़ाई गई नीरव मोदी की हिरासत

कोर्ट में नीरव मोदी की वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिए पेशी हुई. इस दौरान भारतीय उच्चायोग के अधिकारियों के साथ सीबीआई और ईडी की टीम भी मौजूद रही.

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नीरव मोदी की फाइल फोटो
नीरव मोदी की फाइल फोटो

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  • घोटाला सामने आने के बाद भारत से फरार हो गया था नीरव मोदी
  • नीरव मोदी की हिरासत और 28 दिनों तक बढ़ाने का फैसला हुआ

लंदन की वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट कोर्ट ने नीरव मोदी की हिरासत 17 अक्टूबर तक के लिए बढ़ा दी. कोर्ट ने गुरुवार को महज 5 मिनट की सुनवाई के दौरान नीरव मोदी की हिरासत और 28 दिनों तक बढ़ाने का फैसला लिया. कोर्ट में नीरव मोदी की वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिए पेशी हुई. इस दौरान भारतीय उच्चायोग के अधिकारियों के साथ सीबीआई और ईडी की टीम भी मौजूद रही.

लंदन में उच्चायोग के अधिकारियों के साथ सीबीआई और ईडी अधिकारियों की टीम भी अदालत में मौजूद थी. जिला जज डेविड रॉबिन्सन ने कहा, हम 11 से 15 मई, 2020 तक सुनवाई की दिशा में आग बढ़ रहे हैं. लगभग 13,500 करोड़ रुपये के पंजाब नेशनल बैंक धोखाधड़ी मामले में नीरव मोदी के खिलाफ मुकदमा चल रहा है. घोटाला सामने आने के बाद नीरव मोदी भारत से फरार हो गया था. फिलहाल वह प्रत्यर्पण का सामना कर रहा है.

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नीरव मोदी को 19 मार्च 2019 को लंदन के होलबोर्न इलाके में मेट्रो बैंक से गिरफ्तार किया गया था और 20 मार्च को अदालत में पेश किया गया था. तब से वह वंड्सवर्थ जेल में है, जो यूरोप में सबसे बड़ी जेलों में से एक है.

अभी हाल में इंटरपोल ने नीरव मोदी के भाई और बेल्जियम के नागरिक नेहल दीपक मोदी के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस (आरसीएन) जारी किया. इंटरपोल के मुताबिक, मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में नेहल मोदी के खिलाफ आरसीएन जारी किया गया था. यह प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अनुरोध पर जारी किया गया है, जो नीरव मोदी, उसकी बहन पूर्वी मोदी और गीतांजलि समूह के उसके मामा मेहुल चोकसी के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच कर रहा है. नीरव वर्तमान में लंदन की एक जेल में बंद है.

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