रूस के विदेश मंत्री सर्जेई लावरोव ने कहा है, टार्टस नौसैन्य सहायता केंद्र में रूस के कुछ दर्जन तकनीकी कर्मचारियों के अलावा सीरिया में रूसी सैनिक नहीं हैं.
समाचार एजेंसी आरआईए नोवोस्ती के अनुसार, जर्मन टीवी चैनल, एआरडी को लावरोव ने बताया कि वह कोई सैन्य ठिकाना नहीं है, वह जहाजों के रखरखाव एवं मरम्मत का एक केंद्र है. सैन्य ठिकाना कहे जाने जैसा वहां कुछ भी नहीं है.
लावरोव ने जोर देकर यह बात कही कि रूस द्वारा सीरिया को नए हथियार नहीं दिए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि हमने सीरिया सरकार को हवाई रक्षा प्रणाली उपलब्ध कराने से सम्बंधित करार पूरे किए हैं, जिसके लिए हमें पहले ही भुगतान मिल चुका था.
हथियारों के सौदे से सम्बंधित रूस की सरकारी कम्पनी, रोसोबोरोनेक्पोर्ट ने कहा है कि सीरिया को सिर्फ हवाई रक्षा प्रक्षेपास्त्र प्रणाली, तथा रखरखाव एवं मरम्मत उपकरण उपलब्ध कराए जा रहे हैं, युद्धविमान नहीं.
कंपनी के निदेशक एनातोली इसैकिन ने कहा कि कुछ समय पहले दोनों देशों के बीच दमिश्क को उन्नत जेट प्रशिक्षक याक-30 मिट्टेन की आपूर्ति के लिए एक करार पर हस्ताक्षर हुआ था, लेकिन इस करार को निलम्बित कर दिया गया है.
मास्को द्वारा सीरिया को हथियार बेचे जाने के मुद्दे को लेकर पिछले वर्ष रूस और अमेरिका के बीच कूटनीति वाकयुद्ध शुरू हो गया था. वाशिंगटन ने रूस पर अल-असद सरकार को युद्धक हेलीकॉप्टरों की आपूर्ति करने का आरोप लगाया था.