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गैर-मुस्लिम शख्स के चुपके से मक्का पहुंचने पर हंगामा, इजरायल सरकार ने भी जताई नाराजगी

इजरायल के एक यहूदी पत्रकार की सऊदी अरब के मक्का से की गई रिपोर्टिंग पर बवाल मचा हुआ है. किसी गैर मुस्लिम के मक्का में चोरी-छिपे घुसने पर मुस्लिम नाराज हैं. हालांकि, इस मामले के तूल पकड़ने पर चैनल और पत्रकार माफी मांग चुके हैं.

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इजरायल के पत्रकार गिल तमारी
इजरायल के पत्रकार गिल तमारी
स्टोरी हाइलाइट्स
  • इजरायल का पत्रकार चोरी-छिपे मक्का पहुंचा था
  • गैर मुस्लिम के मक्का पहुंचने पर विवाद
  • मक्का, मदीना में गैर मुस्लिमों का प्रवेश प्रतिबंधित है

इजरायल के एक पत्रकार के चोरी-छिपे मक्का पहुंचकर वहां से रिपोर्टिंग करने के मामले पर हंगामे के बीच इजरायल सरकार के एक मंत्री का बयान आया है. इजरायल के क्षेत्रीय सहयोग मंत्री इसावी फ्रेज ने एक यहूदी इजरायली पत्रकार के मक्का घूमने की टीवी रिपोर्ट को बेवकूफाना बताया है.

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उन्होंने कहा, मुझे खेद है कि यह एक बेवकूफाना हरकत थी और इसमें गर्व महसूस करने जैसा कुछ नहीं है. यह गैरजिम्मेदाराना काम है और रेटिंग्स के लिए इस रिपोर्ट को किया गया. 

इजरायल के इतिहास में दूसरे मुस्लिम मंत्री रहे फ्रेज ने कहा कि इससे सिर्फ सऊदी अरब, इजरायल के रिश्तों को सामान्य करने के प्रयासों की संभावना को ही नुकसान पहुंचेगा.

फ्रेज ने कहा, यह मुस्लिमों का पवित्र स्थान है. वहां जाने का क्या मतलब था? आपको वहां से रिपोर्टिंग करनी थी तो किसी मुस्लिम पत्रकार को भेजते. इस घटना से हुआ नुकसान बहुत अधिक होगा.

बता दें कि इजरायल के चैनल 13 ने सोमवार को पत्रकार गिल तमारी के सऊदी अरब के शहर मक्का घूमने की एक रिपोर्ट प्रसारित की थी, जिस पर हंगामा मचा हुआ है. हालांकि, बाद में टीवी चैनल और पत्रकार ने इसके लिए सार्वजनिक रूप से माफी मांग ली थी.

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पत्रकार गिल की 10 मिनट की इस डॉक्यूमेंट्री फिल्म को मक्का के कई हिस्सों में शूट किया गया था. इस दौरान यहूदी पत्रकार गिल ने मक्का की ग्रैंड मस्जिद का भी दौरा किया और बाद में वह माउंट अराफात भी पहुंचे.

इस डॉक्यूमेंट्री के लिए तमारी ने हिब्रू भाषा में रिपोर्टिंग की. उन्होंने कई जगह अंग्रेजी भाषा का भी इस्तेमाल किया ताकि यह जाहिर नहीं हो कि वह इजरायली हैं.

सऊदी अरब के शहर मक्का और मदीना में गैर मुस्लिमों के प्रवेश पर प्रतिबंध है.

इजरायली पत्रकार के मक्का पहुंचने की सोशल मीडिया पर काफी आलोचना की गई. सोशल मीडिया पर 'ज्यू इन द हरम' हैशटैग का इस्तेमाल किया गया.

एक यूजर ने ट्वीट कर कहा, मक्का के नेक लोग और डॉ मूसा अल-शरीफ जैसे महान स्कॉलर सऊदी की जेलों में हैं लेकिन एक यहूदी मक्का की सड़कों पर घूम रहा है. 

इजरायल समर्थक भी इसकी आलोचना कर रहे हैं. इजरायल के समर्थक माने जाने वाले सऊदी अरब के ब्लॉगर मोहम्मद सउद ने भी तमारी के मक्का दौरे की निंदा की.

सउदी ने हिब्रू भाषा में एक वीडियो में कहा, इजरायल के मेरे प्यारे दोस्तों, आपका एक रिपोर्टर पवित्र शहर मक्का में आया और बिना किसी शर्मिंदगी के वहां वीडियो शूट किया. यह कुछ ऐसा है कि मैं आपके धार्मिक स्थल जाऊं. चैनल 13 आपको शर्म आनी चाहिए, इस तरह इस्लाम का अपमान करने पर आपको शर्म आनी चाहिए.

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यह घटना ऐसे समय में हुई, जब जो बाइडेन राष्ट्रपति के रूप में मिडिल ईस्ट के पहले दौरे पर पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने इजरायल और सऊदी अरब का दौरा किया. बाइडेन के दौरे की कवरेज के लिए इजरायली पत्रकार सऊदी अरब पहुंचे थे लेकिन वह मक्का तक भी चोरी-छिपे जा पहुंचे.

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