उत्तर कोरिया ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की एशिया यात्रा की आलोचना करते हुए कहा कि इससे सिर्फ प्योंगयांग को एक पूर्ण परमाणु शक्ति की ओर बढ़ने में मदद मिलेगी. ट्रंप अपनी एशिया यात्रा के दौरान उत्तर कोरिया के हथियार कार्यक्रम को रोकने के लिए समर्थन जुटा रहे हैं. वह क्षेत्रीय शक्तियों से उत्तर कोरिया की सरकार के खिलाफ एकजुट होकर खड़े होने का अनुरोध कर रहे हैं.
ट्रंप की एशिया यात्रा युद्धोन्मादी यात्रा
ट्रंप की यात्रा पर उत्तर कोरिया के किसी अधिकारी की पहली टिप्पणी में कहा गया है कि 'यह एक युद्धोन्मादी यात्रा है. जो इस देश को आत्मरक्षा के लिए परमाणु हथियार की ओर बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करेगा.'
बिना जंग के हल चाहते हैं ट्रंप
अपने एशियाई दौरे पर दक्षिण कोरिया में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान डोनाल्ड ट्रम्प कह चुके हैं कि वो बिना जंग किए नॉर्थ कोरिया मसले का हल निकालना चाहते हैं. अपने बयान में न सिर्फ वो उत्तर कोरियाई जनता को बेहतर भविष्य का सपना दिखा रहे हैं बल्कि उन्हें भड़काने की कोशिश भी करते नज़र आ रहे हैं.
अमेरिका की शह पर तख्ता पलट की तैयारी
एक तरफ युद्ध के हालात में जहां मार्शल किम जोंग उन एक के बाद एक न्यूक्लियर और मिसाइल टेस्ट में जुटा है तो वहीं दूसरी तरफ जनता 90 के बाद दूसरी सबसे बड़ी भुखमरी झेलने की कगार पर आ पहुंची है. लिहाज़ा अब इन लोगों के दिलों में सरकार के खिलाफ आग सुलगने लगी है और इस आग को विद्रोही नेता अमेरिका जैसे देशों की शह पर चिंगारी से भड़काने में लगे हुए हैं. अजब नहीं कि अमेरिका को बिना जंग शुरू किए हुए ही नॉर्थ कोरिया की सरकार का तख्ता पलट करने में कामयाबी मिल जाए.