एक तरफ नॉर्थ कोरिया और साउथ कोरिया के बीता वार्ता हो रही है, दूसरी तरफ दोनों की सीमा पर सेना की चौकसी बढ़ाई जा रही है. रविवार को नॉर्थ कोरिया ने सीमा पर अपनी फोर्स दोगुनी कर दी. इसके अलावा अपनी कई पनडुब्बियों को भी बेस से रवाना कर दिया है.
सरहदी गांव Panmunjom में रविवार दोपहर दोनों कोरियाई देशों के बीच बातचीत शुरी हुई जो सोमवार को भी जारी रही. इससे पहले शनिवार को भी दोनों देशों के बीच बात हुई. लेकिन साउथ कोरिया के बॉर्डर पर से अपने लाउडस्पीकर को ना हटाने के फैसले के बाद वार्ता विफल हो गई. नॉर्थ कोरिया का आरोप है कि उन लाउडस्पीकरों की मदद से साउथ कोरिया उनकी राजनीतिक व्यवस्था और नेता किम जॉग उन की आलोचना करता है और ये साफतौर पर जांग की निशानी है.
साउथ कोरिया के रक्षा मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक वार्ता सफल होता ना देख नॉर्थ कोरिया ने सीमा पर अपनी आर्टिलरी फोर्स बढ़ा दी है. उन्होंने कहा, 'हमें जानकारी मिली है कि नॉर्थ कोरिया की के बेस से करीब 70 पनडुब्बी गायब हैं. एकसाथ इतनी पनडुब्बियों का बेस पर ना होना संदेह पैदा करता है.' उन्होंने कहा, 'जब-जब दोनों देशों के बीच वार्ता होती है, तब-तब नॉर्थ कोरिया सरहद पर सेना बढ़ाकर हमपर दबाव बनाने की चाल चलता है.'
गौरतलब है कि लाउडस्पीकरों के मसले पर ही गुरुवार को दोनों देशों के बीच भारी गोलीबारी हुई. हालंकि घटना में किसी की मौत नहीं हुई. लेकिन दोनों पड़ोसी मुल्कों के बीच बीते पांच सालों में वो सबसे गंभीर लड़ाई थी.