उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग-उन ने लघु आकार के अस्त्रों का इस्तेमाल करते हुए और अधिक परमाणु परीक्षण करने के आदेश दिए हैं. किम का दावा है कि ये अस्त्र उनके वैज्ञानिकों ने विकसित किए हैं.
उत्तर कोरिया की आधिकारिक समाचार एजेंसी केसीएनए ने कहा कि एक बैलिस्टिक मिसाइल का प्रक्षेपण देखने के बाद किम ने ‘नवनिर्मित परमाणु अस्त्रों की विध्वंसक क्षमता का आकलन करने के लिए और अधिक परमाणु परीक्षण’ करने के महत्व पर जोर दिया.
सरकारी मीडिया ने बुधवार को किम की तस्वीरें प्रकाशित की थीं, जिनमें परमाणु तकनीकविदों के पास गए किम को लघु आकार के एक परमाणु अस्त्र के पास खड़ा दिखाया गया था.
दक्षिण कोरिया और अमेरिका के लिए खतरा
इस दौरे के दौरान किम ने कहा कि उनके वैज्ञानिकों ने अस्त्रों का आकार छोटा करने की प्रक्रिया में महारथ हासिल कर ली है और अब इन्हें एक बैलिस्टिक मिसाइल में भी लगाया जा सकता है. यह एक ऐसा कदम है, जो दक्षिण कोरिया, क्षेत्र के अन्य देशों और अंतत: अमेरिका के मुख्य भूभाग के लिए खतरा बढ़ा देगा.
ये अभ्यास निश्चित तौर पर दक्षिण कोरिया और अमेरिका के बीच चल रहे वृहद स्तर के सैन्य अभ्यासों का जवाब है. प्योंगयांग इन अभ्यासों को हमले की भड़काउ तैयारी के रूप में देखता है
‘अस्थिरताकारी कार्य’ बंद करे उत्तर कोरिया: मून
संयुक्त राष्ट्र के महासचिव बान की-मून ने उत्तर कोरिया से अपील की है कि वह दो मिसाइल परीक्षणों की तरह के ‘अस्थिरताकारी कार्यों’ को करना बंद कर दे. बान के प्रवक्ता स्टीफन डुजैरिक ने कहा, बान कोरियाई प्रायद्वीप की स्थिति को लेकर ‘बेहद चिंतित हैं.’ उत्तर कोरिया ने छोटी दूरी की दो मिसाइलें दागी थीं और यह घोषणा की थी कि वह उसके क्षेत्र में मौजूद दक्षिण कोरिया की सारी संपत्ति बेचेगा.