सीरिया में अमेरिकी हमलों के बाद उत्तर कोरिया और अमेरिका के बीच तनातनी बढ़ती जा रही है. उत्तर कोरिया ने अमेरिका को चेतावनी देते हुए कहा कि अमेरिका उसे सीरिया समझने की भूल न करे. उत्तर कोरिया की सरकारी मीडिया ने मंगलवार को चेतावनी दी कि अगर अमेरिका ने उकसाया तो उनका देश परमाणु हमला कर सकता है.
उत्तर कोरिया के सरकारी अखबार रोडोंग सिनमुन ने कहा है कि देश संयुक्त राज्य द्वारा किसी भी आक्रामकता का जवाब देने के लिए तैयार है. हमारी रिवोल्यूशनरी सेना दुश्मन की सभी गतिविधियों पर नजर रख रही है. इसके अलावा नाभिकीय निगरानी तंत्र न केवल दक्षिण कोरिया और प्रशांत महासागर में बल्कि अमेरिका की मुख्य भूमि पर उसके सैन्य अड्डों पर निगाह रखे हुए है.’
इसके अलावा दक्षिण कोरिया के कार्यवाहक राष्ट्रपति ह्वांग क्यो आन ने सेना से चौकस रहने और अमेरिकी फौज के साथ सहयोग बढ़ाने को कहा है. उन्होंने आशंका जताई कि उत्तर कोरिया परमाणु परीक्षण के अलावा कोई भी भड़काऊ कार्रवाई कर सकता है.
उत्तर कोरिया सीमा पर चीन ने तैनात किए डेढ़ लाख सैनिक
वहीं, उत्तर कोरिया पर अमेरिकी हमले से उपजने वाले भावी हालात से निपटने के लिए चीन ने भी कमर कस ली है. चीन ने उत्तर कोरिया सीमा पर करीब डेढ़ लाख सैनिकों को तैनात कर दिया है. पीपुल्स लिबरेशन आर्मी फोर्स की मेडिकल और बैकअप यूनिटों को चीन-उत्तर कोरिया सीमा पर स्थित यालू नदी के किनारे तैनात किया गया है.
वहीं ट्रंप ने एक बार फिर कहा है कि यदि चीन नॉर्थ कोरिया के न्यूक्लियर प्रोग्राम के खिलाफ कोई कदम नहीं उठाता है तब अमेरिका अकेले ही कार्रवाई करने के तैयार है. ट्रंप ने कहा कि यदि चीन हमारी सहायता करने का फैसला करता है तो यह उसके लिए बहुत अच्छा होगा और यदि वह ऐसा नहीं करता है तो यह किसी के लिए अच्छा नहीं होगा.