नॉर्थ कोरिया के सनकी शासक किम जोंग उन ने अपने एक बयान से पूरी दुनिया को डरा दिया है. उत्तर कोरिया के सुप्रीम लीडर ने कहा है कि वह अपने देश में परमाणु हथियारों की संख्या में बढ़ोतरी करने जा रहा है. इसके अलावा किम जोंग उन ने अपने सैनिकों को भी युद्ध के लिए तैयार रहने के लिए कहा है.
किम जोंग उन के इस बयान के बाद अब इस बात को लेकर बहस छिड़ गई है कि आखिर गरीब देश नॉर्थ कोरिया के पास नई-नई बैलिस्टिक मिसाइल खरीदने के लिए पैसे कहां से आते हैं और सेना को मजबूत करने के लिए किम जोंग उन को कौन पैसे देता है? आइए आपको बताते हैं कि नॉर्थ कोरिया की आय का स्रोत क्या है.
पहले कृषि पर निर्भर थी अर्थव्यवस्था
ब्रिटानिका की रिपोर्ट के मुताबिक उत्तर कोरिया की अर्थव्यवस्था सेंट्रलाइज्ड है. यानी अर्थव्यवस्था में आय के स्रोत अलग-अलग तरह के ना होकर गिने-चुने हैं. नॉर्थ कोरिया के इतिहास को देखें तो 1950 से पहले तक यहां की अर्थव्यवस्था कृषि पर काफी निर्भर थी, लेकिन धीरे-धीरे खेती का योगदान कम होता गया.
चुनिंदा क्षेत्रों में ही विदेशी निवेश
जहां एक तरफ दुनियाभर के देश विदेशी निवेशकों को अपने देश में आकर्षित कर रहे हैं.
आपको जानकर हैरानी होगी कि नॉर्थ कोरिया चुनिंदा क्षेत्रों को छोड़कर कहीं भी विदेशी निवेश को इजाजत नहीं देता है.
जानें, कैसे होती है नॉर्थ कोरिया की कमाई
> चीन लंबे समय से नॉर्थ कोरिया को क्रेडिट लोन देता रहा है. इसके अलावा समय-समय पर नॉर्थ कोरिया रूस से भी आर्थिक मदद लेता रहता है, जिसका इस्तेमाल हथियार निर्माण के लिए किया जा सकता है.
> उत्तर कोरिया में करीब 200 प्रकार के खनिज खदान से निकाले जाते हैं, जिन्हें अलग-अलग देशों को बेचा जाता है. इसनें लोहा, कोयला, सोना, मैग्नेसाइट (मैग्नीशियम कार्बोनेट), सीसा और जस्ता जैसे खनिज शामिल हैं. इसके अलावा यहां टंगस्टन, ग्रेफाइट, बैराइट (बेरियम सल्फेट) और मोलिब्डेनम भी खदानों से निकाला जाता है.
> यहां सरकार ही सहकारी समितियां बनाकर उद्योगों का संचालन करती है. औद्योगिक और कृषि मशीनरी का निर्माण प्योंगयांग के पास कांगसोन और हुइचोन सहित कई अन्य शहरों में किया जाता है. रसायनों का उत्पादन उर्वरकों और पेट्रोकेमिकल्स पर केंद्रित है, जिनमें से अधिकांश प्योंगयांग के उत्तर में अंजू क्षेत्र में निर्मित होते हैं. कपड़ा उद्योग प्योंगयांग, सिनुइजू और सुनचोन में केंद्रित है.
> कोरिया में एक ही बैंक है. डेमोक्रेटिक पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ कोरिया का सेंट्रल बैंक. कई दूसरे स्टेट बैंक हैं, जिनकी निगरानी सेंट्रल बैंक ही करता है. इनमें से एक विदेशी व्यापार बैंक है, जो सभी विदेशी लेनदेन और जब लागू हो, विदेशी मुद्राओं को संभालता है.
> नॉर्थ कोरिया पहले केवल सोवियत संघ और चीन के साथ व्यापार किया करता था, लेकिन 1960 के दशक से इसे कई देशों के साथ इसकी शुरुआत की गई. प्रमुख व्यापारिक साझेदारों में चीन, दक्षिण कोरिया, रूस, जापान, भारत और थाईलैंड शामिल हैं. नॉर्थ कोरिया जीवित पशु और कृषि उत्पाद, कपड़े, मशीनरी, खनिज ईंधन और ल्यूब्रिकेंट एक्सपोर्ट करता है. जिसके एवज में अच्छी खासी कमाई हो जाती है.