उत्तर कोरिया ने अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया है. उत्तर कोरिया की मीडिया ने इसकी पुष्टि कर दी है. इस मिसाइल के परीक्षण को लेकर किम जोंग उन ने इसे अपनी परमाणु शक्ति के प्रदर्शन बताते हुए कहा कि इसे अमेरिका की ओर से किसी भी तरह की सैन्य कार्रवाई को रोकने के लिए तैयार किया गया है. यह इस साल उत्तर कोरिया का यह 12वां प्रक्षेपण था. पिछले रविवार को उत्तर कोरिया ने समुद्र में संदिग्ध गोले दागे थे.
सबसे बड़ी तरल-ईंधन वाली है मिसाइल
उत्तर कोरिया की इस अंतरमहाद्वीपीय मिसाइल का नाम Hwasong-17 बताया जा रहा है. विश्लेषकों के मुताबिक यह बैलिस्टिक मिसाइल किसी भी देश की ओर से रोड मोबाइल लॉन्चर से लॉन्च की गई अब तक की सबसे बड़ी तरल-ईंधन वाली मिसाइल है. उत्तर कोरिया की सरकारी समाचार एजेंसी KCNA के मुताबिक किम जोंग उन ने खुद इस मिसाइल के टेस्ट पर नजर रखी.
बेहद शक्तिशाली है मिसाइल की क्षमता
उत्तर कोरिया की आधिकारिक ‘कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी’ (केसीएनए) ने बताया कि ह्वासोंग-17 (आईसीबीएम) 6,248 किलोमीटर (3,880 मील) की अधिकतम ऊंचाई पर पहुंची. उत्तर कोरिया और जापान के बीच समुद्र में गिरने से पहले उसने 67 मिनट में 1,090 किलोमीटर (680 मील) का सफर तय किया.
2017 के बाद किया यह पहला परीक्षण
उत्तर कोरिया की ओर से अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल का यह परीक्षण साल 2017 के बाद किया गया पहला परीक्षण है. फ्लाइट डेटा के मुताबिक ये मिसाइल जापान के पश्चिम में समुद्र में क्रैश होने से पहले काफी ऊपर गई थी जो अब तक उत्तर कोरिया की ओर से किए गए किसी भी मिसाइल टेस्ट से अधिक थी.
यूएस, जापान, दक्षिण कोरिया ने की निंदा
उत्तर कोरिया की ओर से किए गए इस परीक्षण ने अमेरिका की टेंशन बढ़ा दी है. अमेरिका, जापान और दक्षिण कोरिया ने उत्तर कोरिया की ओर से किए गए इस परीक्षण की निंदा की है. उत्तर कोरिया की ओर से अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण किए जाने के बाद अमेरिका नए प्रतिबंध लगा सकता है.