उत्तर कोरिया ने अमेरिका समेत अंतरराष्ट्रीय समुदाय के प्रतिबंधों को दरकिनार कर फिर से मिसाइल परीक्षण किया है. सीरिया में मिसाइल हमले के बाद अमेरिका की ओर से कोरियाई प्रायद्वीप में अपने जंगी जहाज भेजने के बाद उत्तर कोरिया का यह मिसाइल परीक्षण सामने आया है. हालांकि यह मिसाइल परीक्षण विफल रहा. अमेरिका और दक्षिण कोरिया के रक्षा अधिकारियों ने इसकी जानकारी दी. उत्तर कोरिया के इस कदम से कोरियाई प्रायद्वीप में तनाव और गहरा गया है. हालांकि अभी तक उत्तर कोरिया की ओर से इस परीक्षण की पुष्टि नहीं की गई है.
अमेरिकी और दक्षिण कोरियाई रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि रविवार को उत्तर कोरिया ने मिसाइल का परीक्षण किया, जो फेल हो गया. उन्होंने बताया कि उत्तर कोरिया ने यह परीक्षण पूर्वोत्तर में स्थित अपने तटीय शहर सिनपो में किया. हालांकि यह परीक्षण फेल रहा और मिसाइल जापान सागर में जा गिरी. उत्तर कोरिया अपनी समुद्री गतिविधियों के लिए सिनपो शिपयार्ड का ही इस्तेमाल करता है. अमेरिकी सेटलाइट तस्वीरों से पता चला है कि हाल ही के दिनों में इस क्षेत्र में उत्तर कोरिया की गतिविधियां बढ़ी हैं.
मिसाइल परीक्षण की जानकारी जुटाने में जुटे US अधिकारी
उत्तर कोरिया की ओर से किए गए मिसाइल परीक्षण की विस्तृत जानकारी नहीं मिल पाई है. अभी तक यह भी पता नहीं चला है कि उसने कौन सी मिसाइल का परीक्षण किया. दक्षिण कोरियाई और अमेरिकी खुफिया अधिकारी इस
बात का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि उत्तर कोरिया ने कौन-सी मिसाइल का परीक्षण किया. हालांकि अमेरिकी अधिकारी इसे बैलिस्टिक मिसाइल मान रहे हैं.
शनिवार को भव्य परेड में दिखाई थी ताकत
शनिवार को उत्तर कोरिया के अपने वार्षिक भव्य परेड में सैन्य ताकत दिखाई थी, जिसमें उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन ने भी हिस्सा लिया. यह भव्य परेड का आयोजन उत्तर कोरिया के संस्थापक किम इल सुंग की
105वीं वर्षगांठ के मौके पर किया गया. सुंग उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन के दादा थे. सैन्य परेड में भारी मात्रा में नई मिसाइलें और लांचर्स का प्रदर्शन किया गया. इस दौरान उत्तर कोरिया ने अमेरिका को चेतावनी दी
कि अगर वह क्षेत्र में उकसावे की कार्रवाई से बाज नहीं आया, तो परमाणु हमला झेलने के लिए तैयार रहे.
अमेरिका को पहले से ही था अंदेशा
अमेरिका को इस बात का पहले से ही अंदेशा था कि उत्तर कोरिया फिर से परमाणु या मिसाइल परीक्षण करेगा. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ट्वीट कर कहा था कि चीन अपने पड़ोसी उत्तर कोरिया के परमाणु कार्यक्रम पर
लगाम लगाए, वरना अमेरिका इसे सुधार देगा. अमेरिका ने सीरिया में मिसाइलें दागकर और अफगानिस्तान में अपना सबसे बड़ा गैर परमाणु बम गिराकर उत्तर कोरिया को कड़ा संदेश देने की कोशिश की थी, लेकिन वह मानने को
तैयार नहीं है.