चीनी सेना के उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल के भारत दौरे के बाद अब भारतीय सेना का दल चीन का दौरा करेगा. ईस्टर्न आर्मी कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल अभय कृष्ण की अगुवाई में तीन सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल अगस्त महीने के दूसरे सप्ताह में चीन का दौरा करेगा.
डोकलाम विवाद के बाद भारत और चीन के सैन्य रिश्तों को बेहतर करने के लिए दोनों देश एक-दूसरे के साथ बात को आगे बढ़ा रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की वुहान में हुई वार्ता के बाद दोनों देशों ने सरहद पर शांति और सौहार्द बनाने की बात कही थी.
इसी दिशा में आगे बढ़ते हुए पहले चीन के सैन्य प्रतिनिधिमंडल ने भारत का दौरा किया था. अब भारतीय सेना का एक दल लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल पर दोनों देशों की सेनाओं के बीच बेहतर तालमेल कायम करने के लिए पीएलए के अधिकारियों के साथ बातचीत करेगा.
सूत्रों के मुताबिक दोनों देशों के प्रतिनिधिमंडल की बातचीत में दोनों देशों की सेनाओं के बीच होने वाली हैंड इन हैंड युद्ध अभ्यास पर सहमति बनी है. डोकलाम विवाद के बाद चीन ने भारत के साथ सैन्य बातचीत बंद कर दी थी, लेकिन हाल ही में हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चीन दौरे के बाद एक बार फिर बातचीत को पटरी पर लाने की कवायद शुरू हो गई है.
पीएम मोदी 28 और 29 अप्रैल को चीन दौरे पर गए थे, यहां उन्होंने इन्फॉर्मल समिट के दौरान चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ कई मुद्दों पर बात की थी. इस बैठक के दौरान ही फैसला किया गया था कि दोनों सेनाएं बॉर्डर पर शांति स्थापित करने की कोशिशें करेंगी और डीजीएमओ लेवल की बातचीत पर भी गौर किया जाएगा.
अब बातचीत के बाद इस साल दोनों देशों की सेनाओं के बीच ये साझा सैन्य अभ्यास चीन में होने जा रहा है.